दौसा. सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिए जाने के बाद गुर्जर बाहुल्य जिलों में कानून व्यवस्था बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है. इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के बाद पुलिस मुख्यालय ने डीआईजी स्तर के अफसरों को दौसा, करौली और भरतपुर जिलों में तैनात किया है. दौसा में भी एटीएस के डीआईजी अंशुमन भोमिया पहुंच गए हैं. इनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीआईडी सिविल राइट्स हनुमान मीणा भी साथ हैं.
बता दें कि, बुधवार को एटीएस के डीआईजी अंशुमन भोमिया ने दौसा सर्किट हाउस में पुलिस अफसरों की बैठक ली. इस बैठक में दौसा एसपी मनीष अग्रवाल सहित जिले के सभी पुलिस उपाधीक्षक मौजूद रहे. बैठक के दौरान एटीएस के डीआईजी अंशुमन भोमिया ने गुर्जर बाहुल्य इलाकों में पुलिस की गश्त व्यवस्था मजबूत रखने और पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए.
साथ ही डीआईजी अंशुमन भोमिया ने कहा कि, फिलहाल पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है. ऐसे में आगामी समय में भी पुलिस जरूरी कदम उठाने के लिए तैयार है. डीआईजी अंशुमन भोमिया ने बताया कि वर्तमान परिपेक्ष में कानून व्यवस्था बिगड़ने के अंदेशे के चलते पुलिस मुख्यालय ने उन्हें दौसा भेजा है. ऐसे में सभी पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर सख्त निर्देश दे दिए गए हैं.
ये पढ़ें: डूडी का बड़ा बयान, कहा- पायलट कांग्रेस के साथ ही रहेंगे...
डीआईजी भौमिया ने कहा कि, किसी भी हालात में जिले की कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ने दी जाएगी. दौसा जिला कानून व्यवस्था को लेकर संवेदनशील जिलों में से एक है. ऐसे में यहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिक जिम्मेदारी है. लेकिन हम किसी भी सूरत में जिले की कानून व्यवस्था खराब नहीं होने देंगे.