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सचिन पायलट को डिप्टी सीएम और पीसीसी चीफ के पद से हटाने पर गुस्साए समर्थकों ने दिया धरना

राजस्थान की राजनीति में चल रहे घमासान में सचिन पायलट को डिप्टी सीएम और पीसीसी चीफ के पद से हटा दिया गया है. इसके विरोध में दौसा के यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सीएम गहलोत के खिलाफ धरना दिया है. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पार्टी में लोकतंत्र नहीं बचा है. पार्टी पायलट की आवाज को दबा रही है.

Youth Congress strike, Rajasthan Political Drama
चिन पायलट को डिप्टी सीएम और पीसीसी चीफ के पद से हटाने पर समर्थकों ने दिया धरना
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Published : Jul 14, 2020, 4:26 PM IST

दौसा. प्रदेश में हो रहे सियासी घमासान के चलते सचिन पायलट को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है. जिसके बाद गुस्साए युवा जिला कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए. एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उप मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए.

चिन पायलट को डिप्टी सीएम और पीसीसी चीफ के पद से हटाने पर समर्थकों ने दिया धरना

कार्यकर्ताओं का कहना है कि पिछले 6 साल से गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोड़कर सरकार बनाने में सचिन पायलट की अहम भूमिका रही है. लगातार 6 साल से संघर्ष करते हुए सचिन पायलट ने लोगों को कांग्रेस पार्टी से जोड़ा. आलाकमान ने भी उनकी अनदेखी करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री पद से वंचित रखा. वर्तमान हालात में पार्टी में लोकतंत्र पूरी तरह खत्म हो चुका है. कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाया जा रहा है, जिसके चलते सचिन पायलट को भी सभी पदों से बर्खास्त कर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है.

पढ़ें- राजस्थान सियासी ड्रामा: पायलट खेमे ने जारी किया बयान, कहा- हम सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं

ऐसे में पार्टी आलाकमान का ध्यान खींचने के लिए युवा जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए. यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव हरिमोहन आजाद ने कहा कि जिस तरह पार्टी के हालात हैं, उसमें कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाया जा रहा है. ऐसे में पार्टी कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि सभी पार्टी के हालातों से परेशान हैं. वहीं युवक कांग्रेस दौसा के ब्लॉक अध्यक्ष करतार सिंह गुर्जर का कहना है कि यदि पार्टी में इसी तरह के हालात चलते रहे तो हम आगे उग्र आंदोलन करेंगे. सचिन पायलट की आवाज को अगर पार्टी दबाने का प्रयास करती है, तो मजबूरी में उन्हें सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन करना पड़ेगा.

दौसा. प्रदेश में हो रहे सियासी घमासान के चलते सचिन पायलट को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है. जिसके बाद गुस्साए युवा जिला कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए. एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उप मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए.

चिन पायलट को डिप्टी सीएम और पीसीसी चीफ के पद से हटाने पर समर्थकों ने दिया धरना

कार्यकर्ताओं का कहना है कि पिछले 6 साल से गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोड़कर सरकार बनाने में सचिन पायलट की अहम भूमिका रही है. लगातार 6 साल से संघर्ष करते हुए सचिन पायलट ने लोगों को कांग्रेस पार्टी से जोड़ा. आलाकमान ने भी उनकी अनदेखी करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री पद से वंचित रखा. वर्तमान हालात में पार्टी में लोकतंत्र पूरी तरह खत्म हो चुका है. कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाया जा रहा है, जिसके चलते सचिन पायलट को भी सभी पदों से बर्खास्त कर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है.

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ऐसे में पार्टी आलाकमान का ध्यान खींचने के लिए युवा जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए. यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव हरिमोहन आजाद ने कहा कि जिस तरह पार्टी के हालात हैं, उसमें कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाया जा रहा है. ऐसे में पार्टी कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि सभी पार्टी के हालातों से परेशान हैं. वहीं युवक कांग्रेस दौसा के ब्लॉक अध्यक्ष करतार सिंह गुर्जर का कहना है कि यदि पार्टी में इसी तरह के हालात चलते रहे तो हम आगे उग्र आंदोलन करेंगे. सचिन पायलट की आवाज को अगर पार्टी दबाने का प्रयास करती है, तो मजबूरी में उन्हें सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन करना पड़ेगा.

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