दौसा. शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को लेकर प्रशासन ने कसी कमर अब मिलावटखोरों पर सख्ती से कार्रवाई करने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है. ऐसे में राज्य सरकार ने मिलावटखोरों के खिलाफ सूचना देने वाले व्यक्ति को 51 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा भी की है. त्योहारी सीजन को देखते हुए सरकार ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू किया है, जिसके लिए जिला प्रशासन ने कोर ग्रुप का गठन कर मौके पर ही नमूने लेने का मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया है.
ऐसे में यदि किसी भी खाद्य पदार्थ में मिलावट पाया जाता है, तो आरोपी के खिलाफ 10 लाख रुपए तक का जुर्माना और आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान किया गया है. ऐसे में अब मिलावटखोरों की खैर नहीं होगी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ जिला कलेक्टर पीयूष सांवरिया ने बताया कि जन जागरूकता के साथ-साथ अब शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को भी प्राथमिकता दे रहे हैं. ऐसे में मिलावट करने वाले थोक और खुदरा व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
यह भी पढ़ें- शाहबाद में प्लास्टिक और लोहे की पाइप के गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों का सामान जलकर खाक
उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थों में अवमानक पाए जाने पर 5 लाख रुपए और अपमिश्रित पाए जाने पर तीन लाख एवं मिलावट पाए जाने पर 10 लाख रुपए तक का जुर्माना और आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी. ऐसे में अब मिलावटखोरों को लेकर प्रशासन सख्त होता नजर आ रहा है. जिला कलेक्टर द्वारा गठित कोर ग्रुप में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एसपी, रसद अधिकारी, सीएमएचओ और डेयरी के सदस्यों सहित विधि परामर्श और उपखंड अधिकारी भी शामिल होंगे. ऐसे में मिलावटखोरों की सूचना देने वाले व्यक्ति को 51 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा.