दौसा. जिले के सैंथल थाने में सरकारी आवास पर शुक्रवार शाम हेड कांस्टेबल गिर्राज ने सुसाइड कर लिया था. इस मामले में कोई ठोस कारण नहीं निकल रहा था. घटना के तीसरे दिन रविवार को हेड कांस्टेबल गिर्राज के परिचित के एक बयान से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. साथ ही इस सुसाइड मामले में नया मोड़ आ गया है.
दरअसल, सैंथल थाना क्षेत्र के बिनावाला गांव में रहने वाले जगदीश प्रसाद गुर्जर ने बताया कि हेड कांस्टेबल गिर्राज उसका परिचित था और 5-7 दिन पहले वह उसके घर भी आया था. इस दौरान उसने रोते हुए कहा था कि उसका जीना मुश्किल हो रहा है और उसे नौकरी भी नहीं करने दी जा रही है. जगदीश गुर्जर ने दावा किया कि हेड कांस्टेबल गिर्राज ईमानदार पुलिसकर्मी थे. बजरी की रिश्वत नहीं लेते थे और रिश्वत लेने वालों का विरोध भी करते थे.
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जगदीश गुर्जर ने यह भी कहा कि हेड कांस्टेबल ने उसे बताया था कि कुछ दिन पहले सैंथल थाने के पास कुछ लोगों ने हेड कांस्टेबल के साथ मारपीट की थी, जिसमें बजरी माफिया और दलाल शामिल थे. मारपीट की घटना करने वाले बजरी माफियाओं और दलालों के साथ सैंथल थाने के पुलिसकर्मियों के संपर्क थे और वे पुलिसकर्मियों के साथ आकर भी बैठते थे.
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जगदीश गुर्जर का यह भी आरोप है कि थाने के ही पुलिसकर्मी बजरी माफियाओं और दलालों के साथ मिलकर हेड कांस्टेबल गिर्राज की हंसी उड़ाते थे और मजाक करते थे, जिससे वह परेशान रहता था. इस बयान के बाद आईजी ने भी पूरे मामले की जानकारी ली है. दौसा डीएसपी नरेंद्र भी हेड कांस्टेबल के परिचित के बयान की जांच करने के लिए मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली.
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डीएसपी नरेंद्र का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. सभी पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों के बयान लिए जा रहे हैं. साथ ही पूरे मामले की प्रशासनिक जांच भी करवाई जा रही है. उन्होंने कहा कि जगदीश गुर्जर नामक व्यक्ति ने मीडिया के सामने जो बयान दिए हैं, उनकी भी जांच की जा रही है.