चूरू. जिले का महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र ना सिर्फ घरेलू हिंसा का शिकार हो रही महिलाओं को न्याय दिला रहा है, बल्कि घरों को भी टूटने से बचा रहा है. या यू कहा जाए कि नाजुक हुई रिश्तों की डोर को फिर से पिरोने का काम चूरू का महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र कर रहा है.
चूरू के महिला थाने से अक्सर पति पत्नी के जुदा होने की खबरें आती है, लेकिन इस बार महिला थाने में संचालित हो रहे इस केंद्र से अच्छी खबर निकलकर आई है. जहां काउंसलिंग के बाद ना सिर्फ पति-पत्नी के गिले-शिकवे दूर हुए, बल्कि दोनों ने एक दूसरे के साथ हंसी-खुशी अपने जीवन की फिर से शुरुआत करने का भी यहां संकल्प लिया है.
दरसल सीकर जिले के रामगढ़ की एक महिला की शादी चूरू के एक युवक के साथ 19 फरवरी 2017 में हुई थी. शादी के बाद से ही विवाहिता को पति और ससुराल पक्ष के द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा. विवाहिता ने आरोप लगाया कि शराब के नशे में धुत होकर घर आता पति हर रोज उसके साथ मारपीट करता और विवाहिता को उसके ससुराल से मारपीट कर एक दिन घर से निकाल दिया गया.
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इसके बाद बात तलाक तक पहुंच गई तो मामला जब महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र के पास पहुंचा, तो केंद्र ने दोनों पक्षों की काउंसलिंग शुरू की और 15 दिन की काउंसलिंग का नतीजा राजीनामे में तब्दील हो गया.