चूरू. जिले के निकटवर्ती गांव गाजसर में शुक्रवार सुबह एक बार फिर गिनाणी (गंदे पानी से भरा तालाब) ने ग्रामीणों पर कहर बरपाया है. जहां गंदे पानी की गिनाणी टूटने के बाद गांव में बाढ़ जैसे भयावह हालात हो गए. लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही गिनाणी का गंदा पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर गया और दर्जनों घरों को अपनी चपेट में ले लिया. जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव से गुजरने वाली भालेरी चूरू सड़क मार्ग को जाम कर दिया.
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के समर्थन में पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष वासुदेव चावला, जिला प्रमुख वंदना आर्य सहित पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण, पंचायत समिति प्रधान दीपचंद राहड़ मौके पर पहुंचे और गिनाणी के स्थायी समाधान और ग्रामीणों को मुआवजा देने की मांग को लेकर चल रहे प्रदर्शन का समर्थन दिया.
इस पूरे मामले में ग्रामीणों ने जिला प्रसाशन और चूरू नगर परिषद पर भी गंभीर आरोप लगाए है. जहां ग्रामीणों का कहना है कि सूचना के बाद भी प्रसाशन तुरंत मौके पर नहीं पहुंची और ग्रामीणों ने अपने स्तर पर रेस्क्यू अभियान चला पानी में फंसे लोगों को बाहर निकाला.
पढ़ें- बीकानेर में बड़ा हादसा : बोलेरो और डंपर की जबरदस्त भिड़ंत में चार लोगों की मौत, 6 घायल
नगर परिषद पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने चूरू नगर परिषद पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि गंदे पानी की इस गिनाणी से खेतों में खड़ी फसलों में पानी देने के लिए नगर परिषद के कर्मचारी पैसे मांगते है. वहीं पैसे नहीं देने पर उन्हें पानी नहीं दिया जाता है.