चूरू. राजस्थान का यह बिजली का पोल थोड़ा खास है. नजरों का फेर कहें या फिर चमत्कार. लेकिन जो भी इसे देखता है वो अचरज में जरूर पड़ जाता है. इस खंभे को जिस दिशा से भी देखा जाए, यह उसी दिशा में झुका नजर आता है.
खास बात ये है कि पास जाने पर नजर आएगा कि खंभा एकदम सीधा खड़ा है. रोमांच से भरी हुई है इस बिजली के पोल की अनसुलझी कहानी. मामला राजस्थान के चूरू जिले के तारानगर कस्बे का है.
यहां एक ऐसा बिजली का पोल है, जो लोगों के लिए काफी आकर्षण का केंद्र और चर्चा का विषय बना हुआ है. जिले की तारानगर-साहवा रोड पर स्थित इस बिजली के खंभे को कोई रहस्मयी पोल कहता है तो कोई चमत्कारी. ऐसा इसलिए है क्योंकि इस खंभे को आप जिस दिशा में जाकर देखेंगे, आपको यह उसी दिशा में झुका नजर आता है.
हैरत की बात ये है कि इस पोल को नजदीक से जाकर देखने पर यह सीधा दिखाई देता है. इस खंभे के बारे में जो भी सुनता है वह इसे देखने के लिए यहां जरूर आता है. कहने का मतलब अब यह खंभा ही तारानगर पर्यटन का केंद्र बनता जा रहा है. स्थानीय लोग इस खंभे के बारे में अजीबोगरीब बात करते हैं. कोई कहता है कि यहां बिजली कर्मचारी शरीद हो गया था. इस तरह की किंवदंतियों ने भी इस खंभे को मशहूर कर दिया है.
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि खंभे को देखने आस-पास के लोग ही नहीं बल्कि दिल्ली, यूपी, बिहार और दूर दराज तक के लोग यहां आते हैं. बरसों पहले लगा यह पोल अब तक गांव वालों के लिए अबूझ पहेली जैसा है.
बिजली का यह चर्चित पोल चूरू जिले की तारानगर तहसील से करीब 20 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत कालवास के गांव डाबड़ी के खेत में स्थित है. इसके आस-पास खेत हैं और ईंट का एक भट्टा है. शहरी क्षेत्र से काफी दूरी होने के बावजूद यहां लोग विशेष रूप से इस पोल को देखने आते हैं. साथ ही इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते हैं.
ईटीवी भारत ने खंभे के बारे में पड़ताल की तो मामला इंजीनियरिंग का निकला. यह खंभा खास इंजिनियरिंग से बना हुआ है. यह सामने से देखने पर जरूर आपकी तरफ झुका हुआ लगता है लेकिन असल में इसका झुकाव सामने या पीछे न होकर हल्का सा सड़क की ओर है. ऐसे में सिर्फ आंखों के भ्रम के कारण ही यह खंभा लोगों को उनकी तरफ झुका हुआ नजर आता है.