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सरहद पर तैनात जवानों के लिए दिव्यांग स्कूली बच्चों ने भेजी राखियां - जवानों के लिए भेजी राखियां

एक दिन बाद पूरा देश इस बार स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन का त्यौहार एक साथ मनाने जा रहे हैं. इसी सिलसिले में रक्षाबंधन के पर्व पर सरहद के जवानों की कलाइयां सूनी ना रहे इसलिए शहर के छोटे छोटे स्कूली बच्चों ने इस रक्षाबंधन को खास बनाने के लिए फौजी भाइयों के लिए स्पेशल राखियां तैयार की है.

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Published : Aug 13, 2019, 8:53 PM IST

चूरू. दिव्यांग बच्चों और स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने सरहदों पर हमारी रखवाली करने वाले फौजी भाइयों के लिए स्पेशल राखियां तैयार कर उनके लिए सरहदों पर भेजी है.

स्कूली बच्चों ने जवानों के लिए भेजी राखियां

हम हर त्यौहार अपनों के साथ हंसी खुशी मनाते हैं और यह इसलिए ही संभव है क्योंकि आपकी और हमारी रखवाली करने के लिए देश की सरहदों पर हमारे जवान दिन-रात हमारी हिफाजत कर रहे हैं. रक्षाबंधन के पर्व पर इन जवानों की कलाइयां सूनी ना रहे इसलिए शहर के छोटे छोटे स्कूली बच्चों ने इस रक्षाबंधन को खास बनाने के लिए फौजी भाइयों के लिए स्पेशल राखियां तैयार की है. राखियां चावल के दानों और माचिस की तीलियों और उन छोटी-छोटी चीजों से तैयार की गई है, जो आपके और हमारे घर में आसानी से उपलब्ध हो सकती है.

यह भी पढ़ें - कैसे होगा भारत के भविष्य का निर्माण...शिक्षक बिना ये स्कूल है बदहाल, ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

इन बच्चों ने इन राखियों को इसलिए खास बना दिया क्योंकि अब इन राखियों में इन मासूमों का प्यार और भावना भी है, जो इन्होंने सरहद पर खड़े उन जवानों के लिए दिया है. इन राखियों को शहर के आपणी पाठशाला के दिव्यांग बच्चों ने तैयार किया.यह वे बच्चे हैं, जो कुछ समय पहले तक भिक्षावृत्ति में लिप्त थे. उसके बाद शहर के सारथी फाउंडेशन व मुस्कान संस्थान से जुड़े युवाओं ने सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यलय में पुलिस अधीक्षक से मिल इन बच्चों को सहारा दिया. साथ ही इन बच्चों के लिए सरहदों पर खड़े जवानों के लिए ये राखी बनाने की प्रतियोगिता आयोजित कराई.

चूरू. दिव्यांग बच्चों और स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने सरहदों पर हमारी रखवाली करने वाले फौजी भाइयों के लिए स्पेशल राखियां तैयार कर उनके लिए सरहदों पर भेजी है.

स्कूली बच्चों ने जवानों के लिए भेजी राखियां

हम हर त्यौहार अपनों के साथ हंसी खुशी मनाते हैं और यह इसलिए ही संभव है क्योंकि आपकी और हमारी रखवाली करने के लिए देश की सरहदों पर हमारे जवान दिन-रात हमारी हिफाजत कर रहे हैं. रक्षाबंधन के पर्व पर इन जवानों की कलाइयां सूनी ना रहे इसलिए शहर के छोटे छोटे स्कूली बच्चों ने इस रक्षाबंधन को खास बनाने के लिए फौजी भाइयों के लिए स्पेशल राखियां तैयार की है. राखियां चावल के दानों और माचिस की तीलियों और उन छोटी-छोटी चीजों से तैयार की गई है, जो आपके और हमारे घर में आसानी से उपलब्ध हो सकती है.

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इन बच्चों ने इन राखियों को इसलिए खास बना दिया क्योंकि अब इन राखियों में इन मासूमों का प्यार और भावना भी है, जो इन्होंने सरहद पर खड़े उन जवानों के लिए दिया है. इन राखियों को शहर के आपणी पाठशाला के दिव्यांग बच्चों ने तैयार किया.यह वे बच्चे हैं, जो कुछ समय पहले तक भिक्षावृत्ति में लिप्त थे. उसके बाद शहर के सारथी फाउंडेशन व मुस्कान संस्थान से जुड़े युवाओं ने सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यलय में पुलिस अधीक्षक से मिल इन बच्चों को सहारा दिया. साथ ही इन बच्चों के लिए सरहदों पर खड़े जवानों के लिए ये राखी बनाने की प्रतियोगिता आयोजित कराई.

Intro:चूरू_एक दिन बाद पूरा देश इस बार स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन का त्यौहार एक साथ मनाने जा रहे हैं लेकिन चूरू में दिव्यांग बच्चों और स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने सरहदों पर हमारी रखवाली करने वाले फौजी भाइयों के लिए स्पेशल राखियां तैयार कर उनके लिए सरहदों पर भेजी है।


Body:आप औऱ हम हर त्यौहार अपनो के साथ हंसी खुशी मनाते हैं और यह इसलिए ही संभव है क्योंकि आपकी और हमारी रखवाली करने के लिए देश की सरहदों पर हमारे जवान दिन रात हमारी हिफाजत कर रहे हैं. रक्षाबंधन के पर्व पर इन जवानों की कलाइयां सुनी ना रहे इसलिए शहर के छोटे छोटे स्कूली बच्चों ने इस रक्षाबंधन को खास बनाने के लिए फौजी भाइयों के लिए स्पेशल राखियां तैयार की है यह राखियां चावल के दानों और माचिस की तीलियों और उन छोटी छोटी चीजों से तैयार की गई है जो आपके और हमारे घर में आसानी से उपलब्ध हो सकती है लेकिन इन बच्चों ने इन राखियों को इसलिए खास बना दिया क्योंकि अब इन राखियों में इन मासूमो का प्यार और भावना भी है जो इन्होंने सरहद पर खड़े उन जवानों के लिए दिया है।


Conclusion:इन राखियों को तैयार किया शहर के दिव्यांग बच्चों ने आपणी पाठशाला के उन बच्चों ने जो कुछ समय पहले तक भिक्षावृत्ति में लिप्त थे और ये संभव हो पाया इसलिए क्योंकि इन बच्चों को सहारा दिया शहर के सारथी फाउंडेशन व मुस्कान संस्थान से जुड़े इन युवाओ ने आज सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यलय में और पुलिस अधीक्षक से मिल इन बच्चों ने सरहदों पर खड़े जवानों के लिए ये राखियां भेजी है

बाईट_जयप्रकाश,सारथी फाउंडेशन, मुस्कान संस्था से जुड़ा सदस्य

बाईट_प्रशांत वसिष्ठ,सारथी फाउंडेशन, मुस्कान संस्था से जुड़ा सदस्य
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