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हुक्का बार संचालन पर होगी अब सख्त कार्रवाई, दोषी पाए जाने पर 3 साल तक की सजा और एक लाख रुपये तक के जुर्माना का प्रावधान - Kotpa Act 2019

राजस्थान में ई-सिगरेट पर प्रतिबंध के बाद सरकार कोटपा अधिनियम 2019 के संशोधन के बाद अब प्रदेश में किसी भी सार्वजनिक स्थान, हुक्का बार, रेस्टोरेंट या कहीं किसी समूह में हुक्का पीने और हुक्का बार चलाने वालो पर कड़ी कार्रवाई करेगी. इसमें दोषी पाए जाने पर तीन साल तक की जेल और एक लाख रुपए तक का जुर्माना हो सकता है.

Kotpa Act 2019 , Hooka prohibition , Churu
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Published : Aug 5, 2019, 3:39 AM IST

चूरू . राजस्थान विधानसभा में कोटपा अधिनियम 2019 के संशोधन के बाद अब अगर प्रदेश में किसी भी सार्वजनिक स्थान, हुक्का बार, रेस्टोरेंट या कहीं किसी समूह में हुक्का पीना या हुक्का बार चलाया जा रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. अगर ऐसी कोई भी गतिविधि में किसी की संलिप्तता पाई जाती है तो आरोपी को तीन साल तक की जेल और एक लाख रुपए तक के जुर्माने से भी दंडित होना पड़ सकता है.

हुक्काबार संचालन पर होगी 3 साल की जेल

पढ़ें. राजधानी में सोमवार को फिजियोथेरेपिस्ट करेंगे विधानसभा का घेराव

वहीं चूरू आए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त निदेशक और तंबाकू निषेध कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉक्टर एसएन धौलपुरिया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश में हुक्का बार का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. अब कहीं भी इसका संचालन पाए जाने पर 3 साल तक की जेल की सजा संचालक को हो सकती है. जिसकी सजा 1 साल से कम नहीं होगी. इसके अलावा संलिप्तता पाए जाने पर 50 हजार से लेकर एक लाख रुपए के जुर्माने से दंडित भी किया जाएगा.स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से डॉक्टर एसएन धौलपुरिया ने कहा कि ई- सिगरेट पर सरकार पहले ही प्रतिबंध लगा चुकी है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशों का समुचित पालन करते हुए लोगों में तंबाकू से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूकता लाने के नवाचार करें. सरकार के नियंत्रण के साथ- साथ इस संबंध में चिकित्सक भी लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसान की जानकारी दें.

चूरू . राजस्थान विधानसभा में कोटपा अधिनियम 2019 के संशोधन के बाद अब अगर प्रदेश में किसी भी सार्वजनिक स्थान, हुक्का बार, रेस्टोरेंट या कहीं किसी समूह में हुक्का पीना या हुक्का बार चलाया जा रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. अगर ऐसी कोई भी गतिविधि में किसी की संलिप्तता पाई जाती है तो आरोपी को तीन साल तक की जेल और एक लाख रुपए तक के जुर्माने से भी दंडित होना पड़ सकता है.

हुक्काबार संचालन पर होगी 3 साल की जेल

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वहीं चूरू आए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त निदेशक और तंबाकू निषेध कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉक्टर एसएन धौलपुरिया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश में हुक्का बार का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. अब कहीं भी इसका संचालन पाए जाने पर 3 साल तक की जेल की सजा संचालक को हो सकती है. जिसकी सजा 1 साल से कम नहीं होगी. इसके अलावा संलिप्तता पाए जाने पर 50 हजार से लेकर एक लाख रुपए के जुर्माने से दंडित भी किया जाएगा.स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से डॉक्टर एसएन धौलपुरिया ने कहा कि ई- सिगरेट पर सरकार पहले ही प्रतिबंध लगा चुकी है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशों का समुचित पालन करते हुए लोगों में तंबाकू से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूकता लाने के नवाचार करें. सरकार के नियंत्रण के साथ- साथ इस संबंध में चिकित्सक भी लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसान की जानकारी दें.

Intro:चूरू_राजस्थान विधानसभा में कोटपा अधिनियम के संसोधन के बाद अब प्रदेश में हुक्का बार पर पूरी तरह से प्रदेश सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है. अगर सार्वजनिक स्थानों या कहि हुक्का बार संचालन करना पाया जाता है तो तीन साल तक कि सजा और 50 हजार से एक लाख रुपए के जुर्माने से दंडित होना पड़ेगा।


Body:राजस्थान विधानसभा में कोटपा अधिनियम 2019 के संशोधन के बाद अब अगर प्रदेश में कही भी सार्वजनिक स्थान या हुक्का बार, रेस्टोरेंट या कहीं किसी समूह में हुक्का पीना या हुक्का बार चलाया जा रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कारवाई होगी अगर ऐसी कोई गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो आरोपी को तीन साल तक कि जेल और एक लाख रुपए तक के जुर्माने से भी दंडित होना पड़ सकता.वही चूरू आए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त निदेशक एवं तंबाकू निषेध कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉक्टर एसएन धौलपुरिया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश में हुक्का बार का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है अब कहीं भी इसका संचालन पाए जाने पर 3 साल तक की जेल संचालक को भुगतनी पड़ सकती है जो 1 साल से कम नहीं होगी इसके अलावा संलिप्तता पाए जाने पर 50 हजार से लेकर एक लाख रुपए के जुर्माने से भी दंडित भी किया जाएगा।





Conclusion:स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से धौलपुरिया ने कहा कि ई सिगरेट पर सरकार पहले ही प्रतिबंध लगा चुकी हैं उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशों की समुचित पालना करते हुए लोगों में तंबाकू से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूकता लाने के नवाचार करें वह सरकार के नियंत्रण के साथ साथ इस संबंध में चिकित्सक भी लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसान की जानकारी देवे

बाईट_डॉक्टर सुनील जांदू,आरसीएमचो
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