चूरू. जिला सभापति पायल सैनी (Payal Saini) की ओर से बालिका आश्रय गृह (girls shelter home) के निरीक्षण के दौरान नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता (minor rape victim) की फ़ोटो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया था. इस मामले को लेकर भाजपा ने पुलिस पर दबाव बढ़ा दिया है.
सभापति के खिलाफ कारवाई की मांग को लेकर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathod) ने डीजीपी एमएल लाठर (DGP ML Lather) को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही विधानसभा में मामला उठाने की धमकी भी दी है. राठौड़ ने कहा कि मामले को कई दिन बीत जाने के बाद भी बाल कल्याण समिति की ओर से एक्शन नहीं लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मामले में बाल कल्याण समिति को भी कारवाई करनी पड़ेगी, वरना विधानसभा (Rajasthan Legislative Assembly) सामने है.
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) के सेक्शन 376 और पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के मुताबिक दुष्कर्म से पीड़ित बच्चियों का नाम या पहचान किसी भी तरह से उजागर या प्रकाशित नहीं किया जा सकता. लेकिन यहां की सभापति ने जिस प्रकार पीड़िता के साथ फोटो खिंचवा कर उसे सोशल मीडिया पर डाला है, उस पर मैंने राज्य के डीजीपी को पत्र लिखकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है.
बता दें कि चूरू नगर परिषद सभापति (city council chairman) पायल सैनी ने 23 जुलाई को बालिका आश्रय गृह का निरीक्षण कर आश्रय गृह में विधिक संरक्षित बालिकाओं (legally protected girl child) के साथ फोटो लेकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उनकी निजता को भंग किया था.
माकन और विधायकों की मुलाकात पर तंज
इस दौरान राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) की ओर से मंत्रिमंडल विस्तार से पहले प्रदेश के विधायकों से वन-टू-वन मुलाकात पर तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार वन-टू-थ्री होने वाली है, इसलिए विधायकों से वन-टू-वन किया जा रहा है.