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चूरुः पीडब्ल्यूडी की लापरवाही....50 करोड़ के रेलवे ओवरब्रिज का काम अवरुद्ध

जिले के अग्रसेन नगर के कलेक्ट्रट एरिया में रेलवें ओवरब्रिज का निर्माण किया जाना था. काम की स्वीकृती मिलने के 15 महीने बाद भी अब तक काम पूरा नहीं किया गया है. जिससे वहां के लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

50 करोड़ के रेलवे ओवर ब्रिज का काम अटका
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Published : Aug 9, 2019, 11:37 AM IST

चूरू. अग्रसेन नगर से कलेक्ट्रेट एरिया में 50 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला रेलवे ओवरब्रिज का काम स्वीकृत हुए लगभग 15 महीने हो गए है. लेकिन इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी की लापरवाही की वजह से यह काम अभी तक अटका हुआ है.

पढ़ें - चूरू में नई पेंशन योजना का विरोध, कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट के बाहर फूंका पुतला

बता दें कि 50 करोड़ रुपए से बनने वाले इस रेलवे ओवरब्रिज के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति 26 अप्रैल 2018 को ही जारी कर दी गई थी. इसके बाद ओवर ब्रिज की फाइल जयपुर, बीकानेर, रतनगढ़ और चूरू में ही घूमती रही. रेलवे ने इस ओवर ब्रिज की प्लानिंग और एस्टीमेट चार्ज के लिए पीडब्ल्यूडी से 5 लाख रुपए की डिमांड की है. लेकिन पीडब्ल्यूडी ने यह राशि अब तक रेलवे को जमा नहीं करवाई है. यही वजह है कि 50 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मात्र 5 लाख रुपए के कारण अटका हुआ है.

50 करोड़ के रेलवे ओवर ब्रिज का काम अटका

अग्रसेन नगर का फाटक दिन में 50 बार से ज्यादा बंद होता है. इस फाटक के दूसरी तरफ चूरू की पांच मुख्य कॉलोनियां स्थित है. साथ ही रामसरा व उटवालियाँ जैसे बड़े गांव भी है. ऐसे में यहां रहने वाले करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों को बंद फाटक की परेशानी से निजात दिलाने के लिए रेलवे द्वारा ओवरब्रिज स्वीकृत किया गया था. लेकिन अब तक इसका काम शुरू नहीं होने से लोगों की परेशानी ज्यों की त्यों बनी हुई है.

पढ़ें - चूरू जिले के गांव-गांव में निकलेगी गांधी संदेश यात्रा

गौरलतब है कि अग्रसेन नगर फाटक पर 50 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होना है. जिसके तहत पीडब्ल्यूडी वालो को रेलवे को प्लानिंग एस्टीमेट के लिए 5 लाख रुपए देने थे. इस राशि के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों का कहना है कि अभी तक राशि प्राप्त नहीं हुई है. इसलिए यह काम अटका हुआ है.

चूरू. अग्रसेन नगर से कलेक्ट्रेट एरिया में 50 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला रेलवे ओवरब्रिज का काम स्वीकृत हुए लगभग 15 महीने हो गए है. लेकिन इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी की लापरवाही की वजह से यह काम अभी तक अटका हुआ है.

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बता दें कि 50 करोड़ रुपए से बनने वाले इस रेलवे ओवरब्रिज के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति 26 अप्रैल 2018 को ही जारी कर दी गई थी. इसके बाद ओवर ब्रिज की फाइल जयपुर, बीकानेर, रतनगढ़ और चूरू में ही घूमती रही. रेलवे ने इस ओवर ब्रिज की प्लानिंग और एस्टीमेट चार्ज के लिए पीडब्ल्यूडी से 5 लाख रुपए की डिमांड की है. लेकिन पीडब्ल्यूडी ने यह राशि अब तक रेलवे को जमा नहीं करवाई है. यही वजह है कि 50 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मात्र 5 लाख रुपए के कारण अटका हुआ है.

50 करोड़ के रेलवे ओवर ब्रिज का काम अटका

अग्रसेन नगर का फाटक दिन में 50 बार से ज्यादा बंद होता है. इस फाटक के दूसरी तरफ चूरू की पांच मुख्य कॉलोनियां स्थित है. साथ ही रामसरा व उटवालियाँ जैसे बड़े गांव भी है. ऐसे में यहां रहने वाले करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों को बंद फाटक की परेशानी से निजात दिलाने के लिए रेलवे द्वारा ओवरब्रिज स्वीकृत किया गया था. लेकिन अब तक इसका काम शुरू नहीं होने से लोगों की परेशानी ज्यों की त्यों बनी हुई है.

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गौरलतब है कि अग्रसेन नगर फाटक पर 50 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होना है. जिसके तहत पीडब्ल्यूडी वालो को रेलवे को प्लानिंग एस्टीमेट के लिए 5 लाख रुपए देने थे. इस राशि के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों का कहना है कि अभी तक राशि प्राप्त नहीं हुई है. इसलिए यह काम अटका हुआ है.

Intro:चूरू। अग्रसेन नगर से कलेक्ट्रेट एरिया में 50 करोड रुपए की लागत से बनने वाला रेलवे ओवरब्रिज का काम स्वीकृत हुए लगभग 15 महीने हो गए है। लेकिन इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी की वजह से यह काम अभी तक अटका हुआ है। बता दें कि 50 करोड़ रुपए से बनने वाले इस रेलवे ओवरब्रिज के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति 26 अप्रैल 2018 को ही जारी कर दी गई थी।
इसके बाद ओवर ब्रिज की फाइल जयपुर, बीकानेर, रतनगढ़ और चूरू में ही चलती रही। इसके बाद रेलवे ने इस ओवर ब्रिज की प्लानिंग और एस्टीमेट चार्ज के पीडब्ल्यूडी से 5 लाख रुपए की डिमांड की है लेकिन पीडब्ल्यूडी ने यह राशि अब तक रेलवे को जमा नहीं करवाई है। यही वजह है कि 50 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मात्र 5 लाख रुपए के कारण अटका हुआ है। पीडब्ल्यूडी ने अभी तक यह राशि रेलवे को जमा नहीं करवाई है।


Body:दिन में 50 बार बंद होता फाटक
अग्रसेन नगर का फाटक दिन में 50 बार से ज्यादा बंद होता है। इस फाटक के पार चूरू की पांच मुख्य कॉलोनियों के साथ रामसरा व उटवालियाँ जैसे बड़े गांव भी है। ऐसे में यहां रहने वाले करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों को फाटक बंद की परेशानी से निजात दिलाने के लिए यह है रेलवे ओवरब्रिज स्वीकृत किया गया था। लेकिन अब तक इसका काम शुरू नहीं होने से लोगों की परेशानी ज्यो की त्यों बनी हुई है।



Conclusion:बाइट: एक- आरडी बुनकर, अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, चूरू।
अग्रसेन नगर फाटक पर 50 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज के लिए पीडब्ल्यूडी को रेलवे को प्लानिंग एस्टीमेट के लिए 5 लाख रुपए देने थे। इस राशि के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों के लिखा है। अभी तक राशि प्राप्त नहीं हुई है इसलिए यह काम अटका हुआ है। राशि के लिए मुख्य अभिनेता को पत्र लिखा है।
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