चूरू. अग्रसेन नगर से कलेक्ट्रेट एरिया में 50 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला रेलवे ओवरब्रिज का काम स्वीकृत हुए लगभग 15 महीने हो गए है. लेकिन इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी की लापरवाही की वजह से यह काम अभी तक अटका हुआ है.
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बता दें कि 50 करोड़ रुपए से बनने वाले इस रेलवे ओवरब्रिज के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति 26 अप्रैल 2018 को ही जारी कर दी गई थी. इसके बाद ओवर ब्रिज की फाइल जयपुर, बीकानेर, रतनगढ़ और चूरू में ही घूमती रही. रेलवे ने इस ओवर ब्रिज की प्लानिंग और एस्टीमेट चार्ज के लिए पीडब्ल्यूडी से 5 लाख रुपए की डिमांड की है. लेकिन पीडब्ल्यूडी ने यह राशि अब तक रेलवे को जमा नहीं करवाई है. यही वजह है कि 50 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मात्र 5 लाख रुपए के कारण अटका हुआ है.
अग्रसेन नगर का फाटक दिन में 50 बार से ज्यादा बंद होता है. इस फाटक के दूसरी तरफ चूरू की पांच मुख्य कॉलोनियां स्थित है. साथ ही रामसरा व उटवालियाँ जैसे बड़े गांव भी है. ऐसे में यहां रहने वाले करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों को बंद फाटक की परेशानी से निजात दिलाने के लिए रेलवे द्वारा ओवरब्रिज स्वीकृत किया गया था. लेकिन अब तक इसका काम शुरू नहीं होने से लोगों की परेशानी ज्यों की त्यों बनी हुई है.
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गौरलतब है कि अग्रसेन नगर फाटक पर 50 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होना है. जिसके तहत पीडब्ल्यूडी वालो को रेलवे को प्लानिंग एस्टीमेट के लिए 5 लाख रुपए देने थे. इस राशि के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों का कहना है कि अभी तक राशि प्राप्त नहीं हुई है. इसलिए यह काम अटका हुआ है.