चूरू. जिले के भालेरी थाना इलाके के रिबिया गांव में पूरे परिवार के सामूहिक खुदकुशी के मामले को लगभग 24 घंटे बीतने को है, लेकिन इसके बावजूद परिवार के इस कदम उठाने के पीछे के कारणों का पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है. इस घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा है. मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
इस प्रकरण में जिंदगी और मौत से अब भी एक 6 वर्षीय बच्ची संघर्ष कर रही है. मंगलवार देर शाम सामने आए इस मामले के बाद जहां बुधवार को दिनभर इस घटना की चर्चा रही. वहीं, भालेरी थाना पुलिस ने परिजनों की उपस्थिति में दंपती और उनके 8 वर्षीय बेटे का चार सदस्यीय चिकित्सकों की एक टीम से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया.
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रिबिया गांव में एसपी परिस देशमुख एफएसएल टीम के साथ पहुंचे तो और मौके से एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए. एसपी ने बताया कि पुलिस को विषाक्त का सेवन करने वाले पॉइजन के खाली डिब्बे मिले हैं, लेकिन कोई सुसाइड नोट मौके से नहीं मिला है.
उन्होंने कहा कि सामूहिक खुदकुशी से इनकार नहीं किया जा सकता. लेकिन अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है कि आखिर किन परिस्थितियों में पूरे परिवार ने यह कदम उठाया. एसपी परिस देशमुख ने कहा कि जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा. मामले की जांच के लिए डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है, जो इस प्रकरण में जांच करेगी.
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यह था मामला...
मंगलवार शाम आए इस सामूहिक खुदकुशी मामले में रिबिया गांव के शीशराम महला (35) उसकी पत्नी सुमन (32) और बेटे निक्कू (8) के साथ ही बेटी खुशी (6) अचेत अवस्था में अपने घर में मिले थे. अस्पताल लाने पर चिकित्सकों ने दंपती को मृत घोषित कर दिया. वहीं, हाई सेंटर ले जाते समय निक्कू (8) ने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया. परिवार के चार सदस्यों में से एक 6 वर्षीय खुशी जीवित है, जिसकी हालत नाजुक बनी हुई है. बच्ची का जयपुर के SMS अस्पताल में उपचार चल रहा है.