चूरू. इतिहास के मुताबिक, जो प्रधानमंत्री चूरु आया है, वह लगातार दूसरी बार देश का प्रधानमंत्री नहीं बन पाया है. चूरू में वर्षों से चले आ रहे इस मिथक को इस बार पीएम नरेंद्र मोदी ने तोड़ा है. लोकसभा चुनावों में अपार बहुमत मिलने के बाद अब यह मिथक टूट गया है और पीएम नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बन रहे हैं.
गौरतलब है कि 26 फरवरी को पाकिस्तान पर हुई एयर स्ट्राइक के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चूरू आए थे. जहां उन्होंने विशाल आम सभा को संबोधित किया था. मोदी के चूरु आने से पहले और बाद में यह चर्चा जोरों पर रही कि जो प्रधानमंत्री चूरु आया उसकी दोबारा सरकार नहीं बनी है.
यह चर्चा हो भी क्यों नहीं, इतिहास इसका गवाह है. इस बात का प्रमाण सन 1978 से लिया जाता है. भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी चूरू आईं थी. जिसके बाद वह लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नहीं बनी.
इसी प्रकार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री रहते हुए चूरू आए. लेकिन पुनः प्रधानमंत्री के सिंहासन पर काबिज नहीं हो सके. इस संबंध में विधानसभा उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि नरेंद्र मोदी अब तक के हिंदुस्तान में हुए प्रधानमंत्री से अलग है.