तारानगर (चूरू). जिले में तारानगर के वार्ड नंबर 1 में लंबे समय से गंदा पानी मोहल्ले के बीच में जमा हो रहा है. इस गंदे पानी के इकट्ठा होने से मोहल्लेवासी नरकीय जिंदगी जीने पर मजबूर हैं. एक तरफ सरकार जहां स्वच्छता अभियान पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है. वहीं वार्ड नंबर 1 के निवासी गंदे पानी से होने वाली परेशानियों को भोगने पर मजबूर हैं. गंदगी की वजह से यहां के निवासी मौसमी बीमारियों सहित डेंगू, मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं.
प्रशासन को बार-बार कहने के बाद भी यहां के लोगों को झूठे आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला.
लोगों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश
इस समस्या को लेकर मोहल्लेवासियों में प्रशासन के प्रति आक्रोश है. नगरपालिका कर्मचारियों की ओर से जेसीबी से मोहल्ले की तरफ खोदे जा रहे गंदे पानी के नाले को रुकवाने की समस्या के समाधान के लिए वार्ड वासी बड़ी संख्या में एसडीएम कार्यालय पहुंचे और एसडीएम अर्पिता सोनी की अनुपस्थिति में उनके बाबू को ज्ञापन दिया.
एसडीएम ने फोन पर आश्वासन दिया
ज्ञापन के माध्यम से मोहल्ले वासियों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा, कि अगर जल्दी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मोहल्लेवासियों को मजबूरन आंदोलन की राह अपनानी पड़ेगी और सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष नगरपालिका के आगे धरने पर बैठेंगे. जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
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वार्ड नंबर 1 निवासी सीताराम भाम्बी ने बताया, कि वर्षों से मोहल्ले के बीच में गंदा पानी इकट्ठा हो रहा है. गंदे पानी की वजह से मोहल्ले में मच्छर उत्पन्न हो रहे हैं और मौसमी बीमारियों सहित डेंगू, मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारियां फैल रही हैं. प्रशासन को बार-बार समस्या समाधान के लिए कहा गया, लेकिन प्रशासन समस्या के समाधान की बजाय समस्या और बढ़ा रहा है. अगर जल्द ही समाधान नहीं किया गया तो वार्डवासियों को आंदोलन की राह अपनानी पड़ेगी.