चूरू. जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र के गांव पहाड़सर में रविवार सुबह रेलवे अंडरब्रिज के पास खेत में लहूलुहान हालत में युवक का शव (Churu murder case in Rajgarh) मिलने से सनसनी फैल गई. पुलिस प्रशासन वारदात की सूचना पर हरकत में आया. पुलिस ने शव की शिनाख्तगी के प्रयास शुरू किये.
मृतक की पहचान हरियाणा के सिंघानी गांव के 27 वर्षीय मनीष उर्फ दादा उर्फ मुनेश शर्मा के रूप में हुई. जिसको लव मैरिज करने की सजा मौत (Youth murdered in Churu) के रूप में मिली. लड़की के भाई ने शनिवार रात अपने साथियों के साथ मिलकर मनीष की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी. शव को गांव पहाड़सर के खेत में फेंककर वह फरार हो गया.
राजगढ़ थानाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि मृतक मनीष व हत्या का आरोपी विकास दोनों पहले दोस्त थे. दोनों की दोस्ती भिवानी जेल में हुई थी. मनीष भी अपराधी किस्म का व्यक्ति था. 11 महिने पहले उसने विकास की बहन पूजा को भगाकर उससे शादी कर ली. इसके बाद से ही आरोपी विकास मनीष से नाराज चल रहा था. उस समय उसने मनीष को जान से मारने की धमकी भी दी थी.
शनिवार को मनीष अपने दोस्तों के साथ ट्रांसपोर्ट बिजनेस के सिलसिले में जिले की सरदारशहर तहसील जा रहा था. मौका पाकर विकास ने अपने साथियों के साथ मिलकर मनीष की हत्या (Murder of youth in Churu) कर दी और उसके शव को गांव पहाड़सर के खेत में फेंक दिया. पुलिस ने चाचा जयभगवान की रिपोर्ट पर विकास व दो-तीन अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है. थानाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि मनीष को पूजा से शादी के बाद ही लगातार धमकियां मिल रही थी. मगर इस बात को मनीष इगनोर कर रहा था. मनीष के शव की पहचान उसके चाचा जयभगवान शर्मा ने की है.
20 मिनट का कहकर गया था मनीष
थानाधिकारी ने बताया कि मृतक मनीष पिछले तीन माह से दिल्ली में ट्रांसपोर्ट का काम कर रहा था. नये साल पर अपने गांव सिंघाणी आया हुआ था. शनिवार की सुबह दस बजे मनीष अपने परिचित महेश और एक अन्य व्यक्ति के साथ महेश की कार से साले विकास से मिलने सिवाणी के लिए निकला था. रात को महेश का फोन मनीष के पिता के पास आया. जिसमें बताया कि झुंपा के पास किसी होटल में बैठाकर 20 मिनट में आने का कहकर मनीष चला गया. मनीष वापिस नहीं आया और बाद में उसका फोन भी नहीं लगा.