चूरू. लॉकडाउन का तीसरा चरण अभी जारी है. ऐसे में जरूरी काम होने पर ही लोगों को घरों से बाहर निकलने की परमिशन है, जिससे कोविड-19 का संक्रमण ना फैले. इस बीच ईटीवी भारत ने शहर की बैंकों के बाहर लगी कतारों का रियलिटी चेक किया, तो तस्वीर बिल्कुल उलट नजर आई. बैंकों के सामने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो रही है. लोग तो लापरवाह है. वहीं बैंक के सामने गार्ड और पुलिस के भी माकूल इंतजाम नहीं है.
पांच घंटे तक आ रहा है नंबर
बैंकों में राशि निकलवाने आने वाले ग्राहकों को दो से पांच घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है. चूरू के को-ऑपरेटिव बैंक में करीब 30 किलोमीटर दूर जोड़ी गांव से आए बुध सिंह का कहना है कि वह पिछले 5 घंटे से अपना नंबर आने का इंतजार कर रहे हैं. उन्हें पांच हजार रुपये की जरूरत है. इसीलिए लाइन में लगे हुए है.
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इसी तरह एक अन्य व्यक्ति का कहना है कि वे एक घंटे से यहां पर इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनका नंबर नहीं आया है. कुछ लोगों का कहना है कि उनका नंबर देरी से इसलिए आ रहा है कि कुछ लोग सीधे ही बैंक में जा रहे है. इसी तरह एक महिला का कहना है कि यहां पर पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. हम सभी धूप में खड़े हैं, ऐसे में अगर छाया का इंतजाम होता तो अच्छा रहता.
को-ऑपरेटिव बैंक के बाहर ही तैनात गार्ड का कहना है कि आज ही अव्यवस्था हुई है. यहां पर पुलिसकर्मी की ड्यूटी रहती है, जो कि आज नहीं आए है. पीने के लिए बैंक के अंदर पानी की व्यवस्था है.
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गार्ड ने अपना पक्ष रख दिया है, तो वहीं लोगों का भी कहना है कि बैंक के बाहर छाया और पानी की व्यवस्था होनी चाहिए. लेकिन सबसे बड़ी बात है कि बैंकों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करना गलत है. जब तक गाइडलाइन का पालन नहीं करेंगे, तब तक कोविड-19 का खतरा बना रहेगा.