चूरू. यूपीएससी सेल्फ स्टडी से भी क्लियर सकती है. चूरू पुलिस के लाइव ऑनलाइन सेशन की श्रृंखला में सोमवार को सुजानगढ़ के सपूत ट्रेनी आईपीएस सत्यनारायण ने यूपीएससी एग्जाम क्लियर करने के अपने अनुभव जनता के साथ साझां किए. साथ ही उन्होंने जनता के सवालों के भी जवाब दिए. उन्होंने कहा कि लड़कियों के दहेज के लिए नही उनकी पढ़ाई के लिए धन एकत्रित करें.
उन्होंने कहा कि यूपीएससी की परीक्षा सेल्फ स्टडी के जरिए क्लियर की जा सकती है. शर्त इतनी सी की आपका लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए. अपने ध्येय को पाने के लिए लगातार मेहनत की जाए अपनी असफलता को अपने पर हावी नहीं होने दें तो ये परीक्षा जरूर पास की जा सकती है. यूपीएससी परीक्षा को पास करने का यह मूल मंत्र जनता को दिया 2018 बैच के आईपीएस सत्यनारायण ने जो कि इन दिनों हैदराबाद पुलिस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट मैं प्रशिक्षण ले रहे हैं.
चूरू जिले के सुजानगढ़ में पैदा हुए और यही अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने वाले आईपीएस सत्यनारायण ने कहा कि हमें आज समाज में लड़के और लड़की के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए.
लड़की की शादी के लिए नहीं उसकी पढ़ाई के लिए धन एकत्रित करें-
उन्होंने कहा कि लड़के और लड़कियां दोनों ही यूपीएससी एग्जाम क्लियर कर सकते हैं. आज हमें इस बात की जरूरत है की लड़कियों के लिए हम दहेज नहीं बल्कि उनकी पढ़ाई के लिए धन एकत्रित करें. चूरू पुलिस के सोमवार को फेसबुक लाइव सेशन में ट्रेनी आईपीएस सत्यनारायण ने दिल खोल कर अपनी बातें रखी. सुजानगढ़ के सपूत आईपीएस सत्यनारायण ने सभी के साथ यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कैसे की जाए इस विषय पर चर्चा की. इससे पूर्व सत्यनारायण ने कोरोना वायरस के दौरान पुलिस और प्रशासन की गाइडलाइन की जनता से पालना करने की अपील की.
यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करने के दिए मंत्र-
अपने यूपीएससी एग्जाम क्लियर करने के सफर और अनुभव को जनता के साथ साझा किया जो लोग यूपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उन्होंने उनसे इस बारे में बातचीत की और सवालों के जवाब दिए. आईपीएस सत्यनारायण ने कहा कि जो भी लोग यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए मूल मंत्र है अपना लक्ष्य स्पष्ट रखें, दूसरा सकारात्मक रहें, तीसरा सतत पढ़ाई करें और चौथा असफलता और बाहरी दबावों को अपने ऊपर हावी नहीं होने दे.
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उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ साथ रिवीजन करना भी लगातार बेहद जरूरी है. परीक्षा को किसी भी तरह का बोझ नहीं मानना चाहिए और अभिभावकों को भी चाहिए कि जिनके बच्चे एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं उन पर पढ़ाई का प्रेशर नहीं बनाए. सत्यनारायण ने कहा कि अपने आप को मोटिवेट करना बेहद जरूरी है और यह मोटिवेशन आप जब अपने मन की आवाज सुनते हैं तभी आता है जनता के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अंग्रेजी और हिंदी मीडियम में तैयारी की जा सकती है लेकिन यह सुनिश्चित कर लेना बहुत जरूरी है की जिस भी भाषा में हम परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उस भाषा में स्टडी मटेरियल उपलब्ध है या नहीं.
सत्यनारायण ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नौकरी करते हुए भी की जा सकती हैं लेकिन उसके लिए आपको अपनी दिनचर्या इस तरह से निश्चित करनी होगी कि आपको पढ़ाई और नौकरी करने का पर्याप्त समय मिले. सत्यनारायण है यह भी कहा कि असफलता से घबराकर आत्महत्या जैसे घोर निराशावादी कदम नहीं उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्हें यूपीएससी क्लियर करने में 5 साल लगे.