चूरू. देश और प्रदेश में मनरेगा के कामों को अस्थायी और अनुपयोगी मानते हुए समय-समय पर कई बार सवाल खड़े होते रहे है. माना जाता है कि मनरेगा में ज्यादातर जगहों पर मिट्टी को इधर से उधर करने का काम किया जाता है, तालाब बनाए जाते है. वो भी ऐसे स्थानों पर जहां बारिश का पानी भरने पर भी किसी के काम नहीं आता है.
इन्हीं सब बातों का ध्यान रखते हुए सरकार की ओर से मनरेगा में चार तरह के स्थायी और उपयोगी कामों को शामिल किया गया है. जिला परिषद के अधिकारियों के मुताबिक अब मनरेगा के तहत खेल मैदान, मॉडल तालाबों का निर्माण, श्मशान घाट में स्थायी काम और पौधरोपण जैसे काम किए जायेंगे. वहीं जिला परिषद की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए है.
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अब मनरेगा में होंगे यह चार काम
1. मॉडल तालाब का निर्माण-
गांव में एक मॉडल तालाब का निर्माण किया जाएगा. जिसमें इस तालाब में स्थायी काम होगा. वहीं अगर गांव में एक से अधिक तालाब है, तो एक का चयन कर उसे मॉडल तालाब के रूप में विकसित किया जाएगा.
2. खेल मैदान का विकास
गांवों के खेल मैदान और राजकीय स्कूलों के खेल मैदान विकसित किए जायेंगे. कब्बडी, खो-खो, वॉलीबॉल और फुटबॉल के खेल मैदानों का निर्माण किया जाएगा. हालांकि पक्का निर्माण नहीं किया जाएगा, लेकिन काम स्थायी होगा.
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3. पौधारोपण किया जाएगा
ग्रामीण इलाकों में जगह-जगह पौधरोपण किया जाएगा. गांवों में वन-विभाग से संपर्क कर नर्सरी भी स्थापित की जाएगी. पौधों की सुरक्षा के लिए भी कच्चे निर्माण कार्य करवाये जाएंगे.
4. श्मशान घाट का सौंदर्यीकरण
गांव के श्मशान घाट का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा. श्मशान घाट में पौधारोपण किया जाएगा. साथ ही जमीन का समतलीकरण किया जाएगा. वहीं उबड़-खाबड़ रास्तों को ठीक किया जाएगा.