चूरू. जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को वन विभाग के अधिकारियों ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया था. जिसके बाद वन विभाग के अधिकारियों पर धार्मिक आस्था पर चोट पहुंचाने का आरोप लगा है. शनिवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे वार्ड के ही एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर को इस मामले में ज्ञापन सौंपा है.
ज्ञापन में बताया कि वन विभाग की टीम ने शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने के नाम पर शहर के वार्ड 51 और 53 में गोगामेड़ी और शिवालय को क्षतिग्रस्त किया है, जो यहां के लोगों की आस्था का केंद्र है. अतिक्रमण हटाने के नाम पर यहां वन विभाग के अधिकारियों ने लगे पेड़-पौधों और ढाई सौ पट्टियों को तोड़ दिया. प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में मांग कि वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर जो नुकसान वन विभाग के अधिकारियों ने किया है, उसका मुआवजा उनसे वसूला जाए और जीर्ण शीर्ण किए गए मंदिर का पुनः जीर्णोद्धार करवाया जाए.
यह भी पढ़ें. Special: चूरू में परिवार की चौथी पीढ़ी कर रही चंग-ढप का निर्माण, विदेशों में भी गूंज रही थाप
बता दें कि शुक्रवार को क्षेत्रीय वन अधिकारी शंकर लाल सोनी की अगुवाई में वन विभाग की टीम ने शहर के ए, बी व सी क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए वन विभाग की करीब 12 हेक्टयर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाया था. टीम ने अभियान के तहत शहर की सैनिक बस्ती और डाबला और बुंटिया रोड़ वार्ड 51,53 और 15 में कारवाई की थी.