चूरू. जिले के किसान अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के मूड में हैं. 478 करोड़ रुपए का बकाया बीमा क्लेम सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान पिछले काफी लंबे समय से संघर्ष करता आ रहा है. लेकिन सिवाय आश्वाशन के किसान के हाथ अभी तक कुछ नहीं आया. अब जिले का किसान अपने आपको ठगा महसूस करने लगा है. जिसके चलते अब अब गांव-गांव में धरना प्रदर्शन करने की बात किसान कह रहा है. इसकी घोषणा अखिल भारतीय किसान सभा ने जिला कलेक्ट्रेट के आगे प्रेस वार्ता के दौरान की.
अखिल भारतीय किसान सभा राज्य कमेटी सदस्य निर्मल कुमार ने कहा कि किसानों का बकाया फसल बीमा, क्लेम और टिड्डियों को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर टिड्डियों से हुए नुकसान का सर्वे आकलन कर किसानों को 25 हजार प्रति हेक्टर मुआवजा दिया जाए. साथ ही बिजली के 6 महीने के बिल माफ किए जाए.
इसके अलावा विभिन्न चार्जों के नाम पर घरेलू उपभोक्ताओं से वसूले जा रहे चार्जेस बंद किए जाए. उन्होंने बताया कि रबी 2017-18, खरीफ 2018, रबी 2018- 19, खरीफ 2019 और रबी 2019-20 में किस किसान का फसलवार प्रीमियम कितना कटा और फसल बीमा क्लेम कितना मिला उक्त सभी जानकारियां कृषि विभाग के पोर्टल या वेबसाइट पर डाली जाए.
उन्होंने कहा कि बीमा कंपनी और बैंक के बीच किसान की स्थिति फुटबॉल जैसी हो गई है. हमारी सरकार से मांग है कि पोर्टल फिर से खुलवाकर डाटा फिर से अपडेट किया जाए. किसान बीमा कंपनी और बैंक इन तीनों के बीच में बैठक आयोजित करके सरकार को गतिरोध समाप्त करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही इस तरह का कोई कदम नहीं उठाया गया, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. वहीं, बुधवार से जिले के सभी गांवों में धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा.