चूरू: जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर मोलीसर बड़ा गांव है. इस गांव के कृष्ण कुमार सिहाग ने बड़ा कमाल किया है. कृष्ण कुमार के मुताबिक 3 मई 2021 को उसने फेसबुक सिक्योरिटी केंद्र को मैसेज किया कि फेसबुक पेज पर जुड़ने वाले करोड़ों यूजर की प्राइवेसी पेज एडमिन को मिल रही है. उसने स्क्रीनशॉट और वीडियो भी भेजे. जिसके बाद फेसबुक सिक्योरिटी केंद्र ने एरर को ढूंढा और उसे फिक्स किया.
कृष्ण की काबिलियत को सराहा
फेसबुक ने भी कृष्ण की काबिलियत को सराहा. उसे 1500 डॉलर यानी एक लाख दस हजार रुपए का इनाम दिया है. आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि कृष्ण कुमार सिहाग ने आईटी फील्ड की कोई पढ़ाई नहीं की है. सामान्य से दिखने वाले इस छात्र ने कभी कोई कंप्यूटर क्लासेज या कोचिंग नहीं ली. यह युवा एक सेकेंड हैंड कंप्यूटर और मोबाइल के जरिए तमाम जानकारियां जुटाता है.
कृष्ण की ख्वाहिश
कृष्ण कुमार सिहाग की वेब सिक्योरिटी रिसर्च के फील्ड में जाने की ख्वाहिश है ताकि तमाम साइट्स में बग्स(एरर) ढूंढें और सामने लाएं. लेकिन आर्थिक हालात खराब होने की वजह से फिलहाल वे इसकी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.
सरकारी स्कूल में पढ़ाई
गांव की सरकारी स्कूल में दसवीं तक पढ़ाई करने के बाद कृष्णा ने चूरू के सरकारी स्कूल में एडमिशन लिया. कक्षा 12वीं तक पढ़ाई की. फिलहाल वे बीएड कर रहे हैं.
परिवार और ग्रामीणों को है गर्व
कृष्ण कुमार के पिता विदेश में मजदूरी करते हैं. परिवार के अन्य सदस्य खेती करते हैं. परिजनों के साथ ही ग्रामीणों को भी कृष्ण की सफलता पर गर्व है.
मील का पत्थर
इस गांव की कच्ची-पक्की सड़क पर गांव का नाम बताने के लिए भले ही कोई मील का पत्थर नहीं लगा है, लेकिन इसी गांव के युवा ने जो काम किया है, वह कहीं ना कहीं मील का पत्थर जरूर साबित हुआ है.
हौसलों की उड़ान
कृष्ण ने यह साबित कर दिखाया है कि जोश, जज्बा और जुनून हो तो कोई भी मुश्किल आपकी राह में रोड़े नहीं अटका सकती.