चूरू. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया रविवार को चूरू दौरे पर रहे. पूनिया रविवार को तारानगर तहसील में एक विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे थे. इस दौरान चूरू पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के निवास स्थान पहुंचने पर उनका स्वागत किया. पूनिया से ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उपचुनाव और प्रदेश कांग्रेस व प्रदेश भाजपा में चल रहे सियासी घमासान पर बातचीत की.
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प्रदेश की चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर सतीश पूनिया ने कहा कि उपचुनावों को लेकर भाजपा ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. केवल उपचुनाव की तारीखों का हमें इंतजार है. उन्होंने कहा कि बहुत पहले से हमने पार्टी के जमीनी तौर पर काम करने वालो कार्यकर्ताओं को बूथ की रचना और उसके आगे के सारे कार्यक्रम तय किए थे.
पूनिया ने कहा कि जिन चार विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं, उन क्षेत्रों का पार्टी के वरिष्ठ नेता दौरा कर चुके हैं. उम्मीदवारों की रायशुमारी के तौर पर पार्टी का सर्वे भी हुआ है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से पंचायती राज चुनाव का रुझान आया है और राजस्थान की जनता ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ जो जनादेश दिया था, वो पहला कारक है जो भाजपा को जीत दिलाने में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
सतीश पूनिया ने कहा कि विरोधी लहर सरकार के खिलाफ साफतौर पर दिखती है. उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टी के संगठन अगर कांग्रेस के मुकाबले कम्पेयर करेंगे तो आज जमीनी तौर पर हमारा संगठन काफी मजबूत है. पूनिया ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं का परिश्रम और सरकार की विफलता ये ही दो कारक हैं, जो हमारी जीत के कारण होंगे.
'कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है'
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस विधायक रमेश मीणा का दिया बयान इस बात को तस्दीक करती है कि कांग्रेस में बहुत कुछ ठीक नहीं है. कांग्रेस में अंतरकलह बरकरार है और विग्रह भी है. पूनिया ने रमेश मीणा के दिए बयान पर सहमति जताते हुए कहा कि उनकी ये बात सत्य है कि इतने वर्षों तक कांग्रेस पार्टी ने अनुसूचित जाति के नाम पर वोट बैंक की राजनीति की.
अनुसूचित जाति के उत्थान के लिए, सम्मान के लिए और प्रगति के लिए कांग्रेस पार्टी वही पार्टी है जिसने बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया. वही पार्टी जिसने अनेक अवसरों पर इस समुदाय की अनदेखी की है. इसलिए रमेश मीणा की बात सत्य प्रतीत होती है. पूनिया ने कहा कि मुझे लगता है कि अब कांग्रेस के हाथ से चीजें निकल गई है क्योंकि जिस तरीके से उन्होंने देश में जाति और मजहब की राजनीति की है उसको अब देश की जनता समझ चुकी है.
राजे का देव दर्शन या शक्ति प्रदर्शन...
8 मार्च को अपने जन्मदिन के अवसर पर देव दर्शन के बहाने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की ओर से किए गए शक्ति प्रदर्शन के सवाल का जवाब देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि देवताओं के पास जाना और जन्मदिन मनाना, शक्ति प्रदर्शन नहीं होता है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है इसकी सियासी चर्चाएं ज्यादा हुई है पर कांग्रेस का विग्रह तो साफ दिखता है.
पूनिया ने कहा कि हमारे यहां तो आलाकमान इतना मजबूत है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अनुसार हम काम करते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी का बड़ा छाता है, जिसके नीचे हम कमल के फूल के लिए काम करते हैं. इसलिए यहां ना विग्रह है और ना भेद है. चर्चाएं हैं सियासी चर्चाएं है वो चलती है.
उप चुनाव में कौन होगा प्रत्याशी...
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि चुनाव जीतने की पहली और अंतिम शर्त होती है जीतने में योग्य व्यक्ति. इसमें ना जाति है ना पथ है और ना बिरादरी है, जो योग्य होगा उस पर हम दाव लगाएंगे. उपचुनाव में वसुंधरा राजे के स्टार प्रचारक होने के सवाल पर पूनिया ने कहा कि वो पहले से ही हैं, उनको बनाने की या बनने की आवश्यकता नहीं है. वहीं, निकाय चुनाव में पूर्व सीएम प्रचार करती नजर नहीं आई, तो पूनिया ने कहा कि दिखना और ना दिखना कोई सियासी कारण नहीं होते. इसे व्यक्तिगत कारण बताकर पूनिया जवाब को टालते नजर आए.