चूरू. जिले में बुधवार को ईटीवी भारत की खबर का असर एक बार फिर से देखने को मिला. दरअसल, ईटीवी भारत ने ना सिर्फ एक गोद ली गई बेटी के दर्द को समझा. बल्कि उसकी ख्वाहिशों और उसकी भावनाओं का भी सम्मान करते हुए लक्ष्मी की बात को अंजाम तक पहुंचाया.
बता दें कि बेटी दिवस पर ईटीवी भारत के जरिए चूरू की लक्ष्मी ने कलेक्टर पापा के नहीं मिलने आने के दर्द को बयां किया था. इस पर इस खबर ईटीवी भारत की साइट पर प्रमुखता से चलाया गया था. इसके बाद जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के गावंडे ने बुधवार को बालिका आश्रय गृह पहुंच गोद ली बेटी लक्ष्मी से ना सिर्फ मुलाकात की. बल्कि उसके लिए कलेक्टर पापा नए कपड़े और जूते भी लेकर पहुंचे और उससे खूब सारी बातें भी की.
पढ़ें- daughters day पर चूरू की लक्ष्मी को दिनभर रहा अपने कलेक्टर पापा का इंतजार
वहीं, अपने कलेक्टर पापा से मिलने के बाद लक्ष्मी की खुशियों का भी ठिकाना नहीं रहा. दरअसल, साल 2016 में चूरू जिला कलेक्टर द्वारा 'अपनी बेटी योजना' के तहत चूरू के वार्ड संख्या- 2 की अनाथ बालिका लक्ष्मी को बेटी मानते हुए गोद लिया गया था, जिसके बाद चूरू में जितने भी कलेक्टर आए. उन्होंने इस अनाथ गोद ली बेटी लक्ष्मी को बेटी की तरह ही दुलार, स्नेह और प्रेम किया.
इस बीच बीते तीन महीने से बेटी लक्ष्मी से उसके कलेक्टर पापा मिलने नहीं आए थे. दरअसल, वर्तमान जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के गावंडे ने 4 जुलाई को चूरू में कार्यभार ग्रहण किया था. लक्ष्मी का भरण पोषण चाइल्ड हेल्पलाइन के बाल आश्रय गृह में हो रहा है और वह तालीम सरदारशहर के एक निजी स्कूल में ले रही है.