चूरू. जिले के भालेरी गांव की एक निजी स्कूल के 44 बच्चों की विद्यालय के टंकी का पानी पीने से तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद गंभीर हालत में बच्चों का चूरू के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. सभी बच्चों का उपचार जारी है. पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर अस्पताल पहुंचे.
कलेक्टर सन्देश नायक ने मामले में गम्भीरता दिखाते हुए विद्यालय की छुट्टी करवा दी और पूरे मामले की जांच हेतु मजिस्ट्रेट और तहसीलदार को नियुक्त किया है. वहीं जिला कलेक्टर ने बताया कि विद्यालय में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए है. साथ ही पानी और बच्चों के ब्लड के सैंपल ले लिए है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि अभी तक करीब दर्जन भर बच्चों को चूरू अस्पताल लाया जा चुका है और 37 बच्चों को भालेरी के स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जिला कलेक्टर सन्देश नायक ने अस्पताल पहुंच बच्चों की तबीयत जानी और अस्पताल अधीक्षक को बच्चों के बेहतर उपचार की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए.
यह था मामला-
जिले के भालेरी गांव के निजी स्कूल के करीब 44 बच्चों की विषाक्त पानी पीने से तबीयत बिगड़ गई. करीब दर्जन भर बच्चों को गंभीर हालत में चूरू के राजकीय भर्तियां अस्पताल लाया गया. जहां सभी बच्चों को एमसीएच यूनिट में भर्ती किया गया है. जहां सभी का उपचार जारी है. वहीं बाकी सभी बच्चों का भालेरी के स्थानीय अस्पताल में उपचार जारी है.
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प्रथम दृष्टया जहरीला पानी या पदार्थ लिया जाना तबीयत बिगड़ने का कारण माना जा रहा है. माना जा रहा है कि किसी ने स्कूल की पानी की टंकी में जहरीला पदार्थ मिला दिया. जानकारी के मुताबिक विद्यालय में करीब 300 बच्चे अध्यनरत है. वहीं पूरे मामले पर जिला कलेक्टर सन्देश नायक ने तुरंत प्रभाव से जांच अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.