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गोपाष्टमी विशेष : सालासर की बालाजी गौशाला, यहां गायों के लिए RO का पानी, कूलर-पंखे भी लगे, खाने में भी उनको स्पेशल डाइट

चूरू के सालासर की श्री बालाजी गौशाला संस्थान की हाईटेक गौशाला में 1600 गायों की सेवा के बेहद खास इंतजाम किए गए है. यहां गायों के पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी पिलाया जाता है तो वहीं खाने में भी उन्हें स्पेशल डाइट के रूप में अंकुरित हरा चारा और गुड़-दलिया दिया जाता है.

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Published : Nov 4, 2019, 10:12 AM IST

Updated : Nov 4, 2019, 10:22 AM IST

चूरू. गौ विश्वस्य मातरम यानी गाय विश्व की माता है. यह बात सही है तो गाय की भी मां जैसी ही सेवा होनी चाहिए. गायों की ऐसी ही सेवा हो रही है सालासर की बालाजी गौशाला संस्थान की गौशाला में. इस हाईटेक गौशाला में 1600 गायों की सेवा के बेहद खास इंतजाम हैं. यहां गायों के पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी है और खाने के लिए अंकुरित हरा चारा और गुड़-दलिया की व्यवस्था है.

सालासर की हाईटेक गौशाला में गाय पीती हैं आरओ का शुद्ध पानी

गर्मी से राहत के लिए ठंडे पानी की फुहारों का इंतजाम

चूरू में गर्मियों के 50 डिग्री तापमान और तपती लू से गायों को बचाने के लिए पंखे, कूलर और ठंडे पानी की फुहारों से राहत के इंतजाम है. बीमार गाय के लिए गौशाला परिसर में ही आईसीयू सहित मॉर्डन टेक्नोलॉजी का अस्पताल है. यही नहीं गायों की सेवा के लिए यहां करीब 60 लोगों का स्टाफ है.

गौशाला में 65 सीसीटीवी कैमरे मोजूद

वहीं गौशाला की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखने के लिए 65 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. सूखा चारा रखने के पांच बड़े टीन शेड है. गौशाला परिसर का पर्यावरण शुद्ध रहे इसके लिए यहां पेड़-पौधें भी लगाए गए हैं. यहां रोज हवन होने से वातावरण दैवीय हो जाता है. आपको बात दें कि गौशाला में कृष्ण मंदिर भी है.

यह 5 सुविधाएं बनाती है इस गौशाला को खास

1. पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी

चूरू जिले के ज्यादातर इलाकों में खारा पानी है. ऐसे में गौशाला में गायों को फिल्टर किया हुआ आरओ का पानी पिलाया जाता है. इस आरओ सिस्टम से रोज 50 हजार लीटर पानी शुद्ध किया जाता है. इस मशीन की कैपेसिटी सात हजार लीटर प्रति घंटा है. गौशाला में गायों को पानी पिलाने के लिए प्वाइंट बनाए गए हैं.

2.खाने के लिए अंकुरित घास

यहां गायों को अंकुरित घास खिलाया जाता है. इसके लिए करीब आठ लाख रुपए की लागत से हरा चारा उत्पादन मशीन लगाई गई है.

3.गर्मी से बचाव के लिए कूलर, पंखे और फॉगिंग सिस्टम

गर्मी से बचाव के लिए गायों के टिन शेड में कूलर व पंखों की सुविधाएं मुहैया कराई गई है. गर्मी में गायों पर पानी के फॉगिंग सिस्टम के जरिये पानी के फुहारे डाले जाते है.

4. बीमार गायों के इलाज के लिए हॉस्पिटल

बीमार गायों के इलाज के लिए यहां पर एक हॉस्पिटल भी है. इस हॉस्पिटल में आईसीयू है और खुद की एंबुलेंस भी है. ऑपरेशन थिएटर है तो वहीं मेडिकल स्टोर भी है. यहां 2 डॉक्टर सहित कुल 10 स्टाफ सदस्य हैं जो कि बीमार और दुर्घटना की शिकार हुई गायों की देखभाल करते हैं.

5.साफ सफाई के खास इंतजाम

गौशाला में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. जिस टीन शेड के नीचे गाय रहती हैं वह जगह बेहद साफ है. गायों के पैरों को भी कीटनाशक पानी से साफ किया जाता है.

पढ़ेंः मंत्री यादव ने भाजपा को बताया डमरू वाली पार्टी, कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने की दी नसीहत

गौशाला के अध्यक्ष रविशंकर पुजारी का कहना है कि सालासर की इस गौशाला में गायों की सेवा का विशेष ख्याल रखा जाता है. पीने के लिए यहां आरओ का मीठा पानी है, तो वहीं जैविक हरे चारे की व्यवस्था है.

चूरू. गौ विश्वस्य मातरम यानी गाय विश्व की माता है. यह बात सही है तो गाय की भी मां जैसी ही सेवा होनी चाहिए. गायों की ऐसी ही सेवा हो रही है सालासर की बालाजी गौशाला संस्थान की गौशाला में. इस हाईटेक गौशाला में 1600 गायों की सेवा के बेहद खास इंतजाम हैं. यहां गायों के पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी है और खाने के लिए अंकुरित हरा चारा और गुड़-दलिया की व्यवस्था है.

सालासर की हाईटेक गौशाला में गाय पीती हैं आरओ का शुद्ध पानी

गर्मी से राहत के लिए ठंडे पानी की फुहारों का इंतजाम

चूरू में गर्मियों के 50 डिग्री तापमान और तपती लू से गायों को बचाने के लिए पंखे, कूलर और ठंडे पानी की फुहारों से राहत के इंतजाम है. बीमार गाय के लिए गौशाला परिसर में ही आईसीयू सहित मॉर्डन टेक्नोलॉजी का अस्पताल है. यही नहीं गायों की सेवा के लिए यहां करीब 60 लोगों का स्टाफ है.

गौशाला में 65 सीसीटीवी कैमरे मोजूद

वहीं गौशाला की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखने के लिए 65 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. सूखा चारा रखने के पांच बड़े टीन शेड है. गौशाला परिसर का पर्यावरण शुद्ध रहे इसके लिए यहां पेड़-पौधें भी लगाए गए हैं. यहां रोज हवन होने से वातावरण दैवीय हो जाता है. आपको बात दें कि गौशाला में कृष्ण मंदिर भी है.

यह 5 सुविधाएं बनाती है इस गौशाला को खास

1. पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी

चूरू जिले के ज्यादातर इलाकों में खारा पानी है. ऐसे में गौशाला में गायों को फिल्टर किया हुआ आरओ का पानी पिलाया जाता है. इस आरओ सिस्टम से रोज 50 हजार लीटर पानी शुद्ध किया जाता है. इस मशीन की कैपेसिटी सात हजार लीटर प्रति घंटा है. गौशाला में गायों को पानी पिलाने के लिए प्वाइंट बनाए गए हैं.

2.खाने के लिए अंकुरित घास

यहां गायों को अंकुरित घास खिलाया जाता है. इसके लिए करीब आठ लाख रुपए की लागत से हरा चारा उत्पादन मशीन लगाई गई है.

3.गर्मी से बचाव के लिए कूलर, पंखे और फॉगिंग सिस्टम

गर्मी से बचाव के लिए गायों के टिन शेड में कूलर व पंखों की सुविधाएं मुहैया कराई गई है. गर्मी में गायों पर पानी के फॉगिंग सिस्टम के जरिये पानी के फुहारे डाले जाते है.

4. बीमार गायों के इलाज के लिए हॉस्पिटल

बीमार गायों के इलाज के लिए यहां पर एक हॉस्पिटल भी है. इस हॉस्पिटल में आईसीयू है और खुद की एंबुलेंस भी है. ऑपरेशन थिएटर है तो वहीं मेडिकल स्टोर भी है. यहां 2 डॉक्टर सहित कुल 10 स्टाफ सदस्य हैं जो कि बीमार और दुर्घटना की शिकार हुई गायों की देखभाल करते हैं.

5.साफ सफाई के खास इंतजाम

गौशाला में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. जिस टीन शेड के नीचे गाय रहती हैं वह जगह बेहद साफ है. गायों के पैरों को भी कीटनाशक पानी से साफ किया जाता है.

पढ़ेंः मंत्री यादव ने भाजपा को बताया डमरू वाली पार्टी, कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने की दी नसीहत

गौशाला के अध्यक्ष रविशंकर पुजारी का कहना है कि सालासर की इस गौशाला में गायों की सेवा का विशेष ख्याल रखा जाता है. पीने के लिए यहां आरओ का मीठा पानी है, तो वहीं जैविक हरे चारे की व्यवस्था है.

Intro:गोपाष्टमी विशेष
चूरू। गौ विश्वस्य मातरम। यानी की गाय विश्व की माता है। यह बात सही है तो गाय की भी मां जैसी ही सेवा होनी चाहिए। गायों की ऐसी ही सेवा हो रही है सालासर की बालाजी गोशाला संस्थान की गोशाला में।
चूरू के सालासर में बालाजी गोशाला संस्थान की इस हाईटेक गोशाला में 1600 गायों की सेवा के बेहद खास इंतजाम किए गए है। यहां गायों के पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी है तो खाने के लिए अंकुरित हरा चारा और गुड़-दलिया।
चूरू में गर्मियों के 50 डिग्री तापमान व तपती लू से गायों को बचाने के लिए पंखे, कूलर व ठंडे पानी की फुहारों से राहत के इंतजाम है। बीमार गाय के लिए गोशाला परिसर में ही आईसीयू सहित मॉर्डन टेक्नोलॉजी का अस्पताल है।
इतना ही नहीं गायों की सेवा के लिए यहां करीब 60 लोगों का स्टाफ है तो गोशाला की प्रत्येक गतिविधि पर नज़र रखने के लिए 65 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। सूखा चारा रखने के पांच बड़े टिन शैड है। गोशाला परिसर का पर्यावरण शुद्ध रहे इसके लिए यहां पेड़-पौधें भी लगाए गए है। यहां रोज हवन होने से वातावरण दैवीय हो जाता है। गोशाला में कृष्ण मंदिर भी है।


Body::यह पांच सुविधाएं बनाती है इस गोशाला को खास
1. पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी
चुरू जिले के ज्यादातर इलाकों में खारा पानी है। ऐसे में गौशाला में गायों को फिल्टर किया हुआ आरओ का पानी पिलाया जाता है। इस आरओ सिस्टम से रोज 50 हजार लीटर पानी शुद्ध किया जाता है। इस मशीन की कैपेसिटी सात हजार लीटर प्रति घंटा है। गौशाला में गायों को पानी पिलाने के लिए पॉइंट बनाए गए हैं।
2.खाने के लिए अंकुरित घास
यहां गायों को अंकुरित घास खिलाया जाता है। इसके लिए करीब आठ लाख रुपए की लागत से हरा चारा उत्पादन मशीन लगाई गई है।
3.गर्मी से बचाव के लिए कूलर, पंखे व फॉगिंग सिस्टम
गर्मी से बचाव के लिए गायों के तीन शैड में कूलर व पंखों की सुविधाएं मुहैया कराई गई है। गर्मी में गायों पर पानी के फॉगिंग सिस्टम के जरिये पानी के फुहारे डाले जाते है।
4. बीमार गायों के इलाज के लिए आईसीयू हॉस्पिटल
बीमार गायों के इलाज के लिए यहां पर एक हॉस्पिटल भी है। इस हॉस्पिटल में आईसीयू है खुद की एंबुलेंस है। ऑपरेशन थिएटर है तो वहीं मेडिकल स्टोर भी। यहां 2 डॉक्टर सहित कुल 10 स्टाफ सदस्य हैं जो कि बीमार और दुर्घटना की शिकार भी गायों की देखभाल करते हैं।
5.साफ सफाई के खास इंतजाम
गौशाला में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है । जिस तीन शेड के नीचे गाय रहती हैं वह जगह बेहद साफ है। गौशाला की गायों के पैर भी कीटनाशक पानी से साफ किये जाते है।


Conclusion:बाइट: रविशंकर पुजारी, अध्यक्ष, बालाजी गोशाला संस्थान, सालासर (चूरू)
गौशाला के अध्यक्ष रविशंकर पुजारी का कहना है कि सालासर की इस गोशाला में गायों की सेवा का विशेष ख्याल रखा जाता है। पीने के लिए यहां आरओ का मीठा पानी है, तो वहीं जैविक हरे चारे की व्यवस्था है।
इसी तरह गोशाला परिसर में ही बीमार एवं दुर्घटना की शिकार गायों के लिए मॉडर्न टेक्नोलॉजी का अस्पताल है, तो वहीं गर्मियों में ठंड के लिए कूलर और पंखों की व्यवस्था है।
Last Updated : Nov 4, 2019, 10:22 AM IST
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