चूरू. जिले के सबसे बड़े राजकीय भर्तिया अस्पताल में मंगलवार को क्षेत्राधिकार के फेर में यहां एक शव पोस्टमार्टम के इंतजार में घन्टों अस्पताल में पड़ा रहा. यहां शव का पोस्टमार्टम करने के लिए चिकित्सकों ने कई घंटों तक पहले मृतक के परिजनों को तरसाया और फिर लाख समझाइश और विनती के बाद जब चिकित्सकों का कलेजा पसीजा. तब जाकर वह पोस्टमार्टम करने के लिए राजी हुए.
मृतक के परिजन ने बताया कि जिले के गांव मेहरी के 33 साल का संतलाल उस वक्त घायल हो गया था, जब वह पैदल खाटू श्याम जी जा रहा था. 5 मार्च को हुए इस हादसे में लक्ष्मणगढ़ के एक गांव के पास कार ने संतलाल को टक्कर मार दी थी. जिसके बाद घायल हुए संतलाल का जयपुर के एसएमएस अस्पताल में उपचार चल रहा था, लेकिन जयपुर के एसएमएस अस्पताल से संतलाल को मंगलवार को चूरू अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया था.
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परिजन संतलाल को लेकर चूरू अस्पताल पहुंचे, तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस ने और परिजनों ने जब चिकित्सकों से पोस्टमार्टम की बात कही, तो क्षेत्राधिकार की बात को लेकर शव को जयपुर या लक्ष्मणगढ़ ले जाने का चिकित्सकों ने कह दिया. घंटों तक मृतक संतलाल का शव पोस्टमार्टम के इंतजार में अस्पताल में रहा परिजनों की और पुलिस की कई देर की विनती और मन्नतों के बाद जब चिकित्सकों का दिल पसीजा, तो चिकित्सक पोस्टमार्टम करने के लिए राजी हुए.