चूरू. मुख्यालय पर जैसे ही प्रवासियों के आने का दौर शुरू हुआ तो, यहां कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में एक साथ बढ़ोतरी दर्ज की गई. वर्तमान में जिले में कोरोना के एक्टिव 16 केस हैं. अगर एक की मौत और पहले के 14 पॉजिटिव से नेगिटिव हुए मरीजों को जोड़ा जाए तो, ये आंकड़ा 31 तक पहुंच गया. वर्तमान में जिले में जो कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आए हैं, उन सभी की हिस्ट्री बाहर अन्य राज्यों से की बताई जा रही है. ऐसे में कोरोना के बढ़ते ग्राफ को थामने के लिए अब जिला प्रशासन ने भी नई रणनीति के तहत कोरोना संक्रमित लोगों को अस्पताल में नहीं बल्कि कोविड केयर फैसिलिटी सेंटर में रखने का निर्णय लिया है.
जिला मुख्यालय स्थित एएनएम नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर में जहां अब तक कोरोना संदिग्धों को रखा जाता था और कोरोना की जांच के सैंपल लिए जाते थे. वहीं, अब इसी नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर को 100 बेड के कोविड केयर सेंटर के रूप में तैयार किया गया है.
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प्रवासियों को जोन वाइज किया जाएगा डिवाइड...
जिला कलेक्टर संदेश नायक ने बताया कि, जिला मुख्यालय पर प्रवासियों के आने का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. यहां हर रोज करीब 150 लोग दूसरे राज्यों से आ रहे हैं. दूसरे राज्यों से आने वाले इन लोगों को रेड जोन, ऑरेंज जॉन और ग्रीन जोन के आधार पर डिवाइड किया जाएगा. फिर इस डिवाइडेशन के आधार पर इन लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जाएगा और इनके सैंपल लिए जाएंगे.
बीसीएमओ को सौंपी सैम्पलिंग की जिम्मेदारी...
बता दें कि, अब तक जिला मुख्यालय पर चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की टीमें सैंपलिंग का काम कर रहीं थी. लेकिन अब कलेक्टर नायक ने सैंपलिंग की जिम्मेदारी बीसीएमएचओ डॉ. अहसान गोरी को सौंपी है. कलेक्टर नायक ने बताया कि, अब सैंपलिंग का नया क्राइटेरिया तय किया गया है. जिसमें बीसीएमएचओ तय करेंगे की किसके सैंपल लेने हैं, किसके नहीं.