चूरू. 1936 से संचालित जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 35 में राजकीय गोपाल उच्च प्राथमिक विद्यालय जहां शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही आज विद्यालय में पढ़ रहे 156 बच्चों पर भारी पड़ सकती थी.
स्कूल प्रशाशन ने बताया विद्यालय के जर्जर भवन की जानकारी शिक्षा विभाग को कई वर्षों पहले हिं दे दी थी और बता दिया था कि विद्यालय का यह जर्जर भवन कभी भी गिर सकता है और कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन इसके बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने 156 बच्चों की जान की परवाह नही की और विद्यालय स्टाफ की बात को लापरवाही में टाल दिया.
शुक्रवार को विद्यालय समय मे प्रार्थना के समय आज यह जर्जर भवन गिर गया. जिसमें गनीमत रही कि कोई बच्चा चपेट में नहीं आया और एक बड़ा हादसा इस विद्यालय में होने से टल गया.
राजकीय विद्यालय में जर्जर भवन गिरने की सूचना के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर आए तो विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों का आक्रोश इन अधिकारियों को झेलना पड़ा.
अभिभावकों ने अधिकारियों को खूब खरी खोटी सुनाई जिसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी बोले आज ही विभाग को मामले से अवगत करवा दिया जाएगा और बाकी बच्चे जर्जर भवन को गिरा नए भवन की कारवाई सम्बंधित प्रक्रिया की जाएगी.
अगर जमीनी स्तर की बात करे तो 35 नंबर वार्ड का यह राजकीय विद्यालय अपनी मूलभूत सुविधाओं को भी तरस रहा है. विद्यालय भवन का एक हिस्सा बारिस के पानी से लबालब है. विद्यालय के प्रवेश द्वार से ही बच्चों को विद्यालय में पगडंडी के सहारे जाना पड़ता है. शुक्रवार को हुआ यह हादसा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है.