चूरू. सूरत से 5 दिन पहले बस से चूरू आए दो व्यक्तियों के कोरोना वायरस संक्रमित मिलने के बाद अब जिला प्रशासन की आंखें खुल गई है. बसों से आने वाले प्रवासियों को सबसे पहले क्वॉरेंटाइन किया जाएगा और उसके बाद सैंपलिंग होगी. कोविड-19 की रिपोर्ट नेगेटिव होने पर ही उन्हें होम आइसोलेशन में भेजा जाएगा. जिला कलेक्टर संदेश नायक इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं.
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बता दें कि अभी तक दूसरे स्थानों से आ रहे लोगों की पहले स्क्रीनिंग की जा रही थी. सैंपल उन्हीं लोगों के लिए गए हैं, जिनमें सर्दी-बुखार के लक्षण दिखे. ऐसे में किसी व्यक्ति के कोविड-19 पॉजिटिव होने के बावजूद स्क्रीनिंग में सामने नहीं आने पर खतरा रहता है. इससे सामुदायिक संक्रमण के खतरे की भी संभावना बनी रहती है. ऐसे में जिला प्रशासन अब पहले प्रवासियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजेगा और वहां कोरोना जांच के लिए उसका सैंपल लिया जाएगा.
चूरू आ चुके 10 हजार से ज्यादा प्रवासी
दूसरे प्रदेशों से अब तक 10 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिक चूरू लौट चुके हैं. इनमें से अधिकतर की केवल स्क्रीनिंग की गई है. सैंपल उन्हीं लोगों के लिए गए हैं, जिनमें सर्दी-बुखार के लक्षण दिखे. ऐसे में बिना लक्षण वाले पॉजिटिव व्यक्ति से सामुदायिक संक्रमण बढ़ सकता है. इसलिए अब चिकित्सा विभाग पहले सैंपलिंग करेगा.
बस में आए थे कोरोना मरीज, खतरा बरकरार
चूरू में पांच दिन पहले दो व्यक्तियों के संपर्क में आए 33 लोगों के सैंपल लिए गए. राहत की खबर है कि इनमें से सभी की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है. फिर भी बस में आए इन दो लोगों के कारण खतरा टला नहीं है. अभी भी प्रशासन इनके संपर्क में आए अन्य लोगों को ट्रेस आउट करने में जुटा हुआ है.
संक्रमित इलाका सील, सर्वे और सैंपलिंग जारी
चिकित्सा विभाग की ओर से संक्रमित वार्ड 9 और 17 के साथ ही इन दोनों वार्डों से सटे करीब 8 वार्डों को सील कर कंटेनमेंट जोन में शामिल किया है. जिला कलेक्टर संदेश नायक ने दोनों वार्डों का दौरा कर चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं. चिकित्सा विभाग की टीमें लगातार सर्वे और सैंपलिंग कर रही हैं.