चूरू. देश और प्रदेश में बढ़ते दुष्कर्म और आपराधिक वारदातों पर भी अब पक्ष और विपक्ष ने राजनीति शुरू कर दी है. सियासत से जुड़े लोग अब बलात्कार जैसे गम्भीर और संगीन अपराधों की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने में लग गए हैं. हाथरस मामले में जहां कांग्रेस ने मौन सत्याग्रह का नाम ले अपना विरोध दर्ज करवाया, वहीं भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के पिछले 20 माह के कार्यकाल में बढ़ रहे दलित महिलाओं और बच्चियों से यौन उत्पीड़न और गैंगरेप के विरोध में हल्ला बोल प्रदर्शन किया.
बता दें कि,भाजपा की ओर से विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के निवास स्थान से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला गया. कलेक्ट्रेट में भाजपाई कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की अगुवाई में जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया.
इस दौरान उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रही. जबसे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, तब से प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर हो गई है. आज प्रदेश में दलित महिलाओं, बच्चियों पर अत्याचार के मामले बढ़े हैं.
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वहीं राठौर ने कहा कि जो सरकार प्रदेश में सुशासन, संवेदनशीलता और जवाबदेही का वादा करके सत्ता में आई थी आज उस सरकार के सत्ता में आने के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि दुष्कर्म से संबंधित अपराधों में राजस्थान देश का सिरमौर बन गया है.
जालोर भाजपा जिलाध्यक्ष ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया
प्रदेश में बढ़ रहे दुष्कर्म और गैंगरेप के बढ़ते अपराधों के विरोध में जालोर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रवण सिंह राव बोरली के नेतृत्व में भाजपाइयों ने कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया. ज्ञापन में बताया कि प्रदेश में गहलोत सरकार के 20 माह के कार्यकाल में आमजन, महिलाओं, दलितों और आदिवासियों के प्रति अत्याचार के मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
प्रदेश में कानून व्यवस्था दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. वहीं, आमजन त्रस्त है. जो सरकार के लिए गंभीर विचारणीय विषय है. ऐसी घटनाओं पर सरकार के नियंत्रणहीन होने से लोगों का विश्वास उठ रहा है. प्रदेश में आपराधिक मुकदमें लाखों की संख्या में प्रकरण दर्ज हो चुके हैं. दुष्कर्म से संबंधित अपराधों में राजस्थान प्रथम स्थान पर होना दुर्भाग्य है. देश का 18.72 प्रतिशत अपराध राजस्थान में हुए हैं. हाल ही में बांसवाड़ा और सिरोही में बच्ची के साथ गैंगरेप कर हत्या कर दी गई.
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जिलाध्यक्ष राव ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नहीं सुधरी और आपराधिक घटनाओं पर लगाम नहीं लगी तो प्रदेश भर में भाजपा मजबूरन आंदोलन का सहारा लेगी. गहलोत सरकार को 20 माह के कार्यकाल में आमजन, महिलाओं, दलितों और आदिवासियों के प्रति अत्याचार में आश्चर्यजनक रूप से बढोतरी हुई है. जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार दिसम्बर, 2018 में बनी है तब से लेकर कानून व्यवस्था दिन - प्रतिदिन विकराल रूप ले पूर्णतया बिगड़ चुकी है जिससे आमजन त्रस्त हैं. जो सरकार के लिए गम्भीर विचारणीय विषय है और ऐसी घटनाओं पर सरकार के नियंत्रणहीन होने से पुलिस के प्रति आमजन का इकबाल खत्म हो गया हैं.