चूरू. सोमवार को परिस अनिल देशमुख के रूप में चूरू जिले को 56वां एसपी मिल गया, नए एसपी के सामने आते ही कई चुनौतियां खड़ी हो गई है. सोमवार को नए पुलिस कप्तान परिस अनिल देशमुख को निवर्तमान एसपी तेजस्विनी गौतम की जगह यहां लगाया गया है, तो कम उम्र के इस युवा IPS के सामने जिले के क्राइम को समझ, उस पर लगाम लगाना बड़ी चुनौती है. वहीं, सादुलपुर थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई की मौत के बाद जिस तरह जिला पुलिस खुद को टूटा महसूस कर रही है, उसे उस सदमे से उबारना भी नए पुलिस कप्तान के सामने किसी चुनौतिपूर्ण कार्य से कम नहीं है.
महिला आईपीएस तेजस्विनी गौतम का तबादला कर परिस अनिल देशमुख को ऐसे समय में चूरू पुलिस की बागडोर दी गई है, जब यहां एक तरफ तो थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई के मौत मामले की सीबीआई जांच चल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ दिनों पहले एएसआई सहित 8 पुलिसकर्मियों को तस्करों से साठगांठ की खबरों के बीच सस्पेंड कर दिया गया.
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नए पुलिस अधीक्षक को जिले की भौगोलिक स्थिति को जानकर यह भी समझना बेहद जरूरी होगा कि यहां जिले की निकटवर्ती सीमा हरियाणा से सटी है, ऐसे में ना सिर्फ ना अपराधी सीमा को लांघ जिले में बड़ी अपराधिक वारदात को अंजाम दे आसानी से यहां फरार हो जाते हैं. बल्कि हरियाणा सीमा से जिले की सीमा का सटा होने का फायदा यह तस्कर भी उठाते है और आसानी से हरियाणा से नशे की खेप को यहां के रास्ते गुजरात और मध्यप्रदेश के लिए भेजा जाता है. सोमवार को पदभार ग्रहण करने के बाद चूरू पुलिस के नए एसपी ने कार्यालय का निरीक्षण कर आला अधिकारियों से मुलाकात की है.