सरदारशहर (चूरू). जिले में मकर संक्रांति पर्व को लेकर पतंगबाजी का दौर जोरशोर से चल रहा है. शीतकालीन छुट्टियां होने के कारण हर छत पर बच्चे पतंगबाजी करते नजर आ रहे हैं. दुकानों पर रंग-बिरंगी पतंगे सज चुकी हैं. लेकिन, पिछले कुछ वर्षों से पतंगबाजी घातक साबित हो रही है. जिसका कारण है प्लास्टिक से निर्मित चाइनीज मांझा.
बता दें कि चाइनीज मांझे के चलते पिछले कुछ वर्षों में न जाने कितने पक्षियों की मौत हुई है. वहीं, कितने बाइक सवार घायल हुए हैं. बच्चों के लिए भी चाइनीज मांझा खतरनाक साबित हो रहा है. समय-समय पर चाइनीज मांझे से हादसे की सूचना मिलती रहती है. जिसको लेकर हर किसी में अब चाइनीज मांझे का भय पैदा हो गया है. पर पतंगबाजो में इस बात का भी बिल्कुल भी भय नहीं है.
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वहीं, प्रशासन की ओर से समय-समय पर चाइनीज मांझा जब्त करने की कार्रवाई की जाती है. लेकिन, दुकानदार बेरोकटोक चाइनीज मांझा बेच रहे हैं. हर साल भारी मात्रा में बिक्री के लिए चाइनीज मांझा बाजारों में पहुंचता है और जमकर पतंगबाज इसे खरीदते हैं.
इसी कड़ी में रविवार को सरदारशहर की विभिन्न दुकानों पर प्रशासन की ओर से चाइनीज मांझा के खिलाफ कार्रवाई की गई. रोडवेज बस स्टैंड के पास से अलग-अलग दो दुकानों से चाइनीज मांझे की 30 चर्खियां जब्त की गई. जिला कलेक्टर संदेश नायक और उपखंड अधिकारी रीना छिंपा के निर्देशों पर नगरपालिका टीम और पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. चाइनीज मांझे की कार्रवाई की सूचना पर चाइनीज मांझा बेचने वालों में हड़कंप मच गया. जिसके बाद कार्रवाई करने पर चाइनीज मांझे की दुकानें बंद मिली.
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उपखंड अधिकारी रीना छींपा ने बताया कि मकर सक्रांति पर्व पर चाइनीज मांझे की बिक्री को देखते हुए रविवार को चाइनीस मांझे के खिलाफ कार्रवाई की गई. जिसमें 30 चर्खियां जब्त की गई है. चाइनीस मांझा बेचने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.