चूरू. जिले में टिड्डियों के लगातार पड़ाव से जहां जिला प्रशासन की नींद उड़ी हुई है, वहीं फसलों को नुकसान होने से किसान भी चिंतित है. जिला प्रशासन, कृषि विभाग और केंद्र सरकार के टिड्डी नियंत्रण दल टिड्डियों के खत्म करने की कोशिश में है. अब जिले में केंद्र की गाइडलाइंस के अनुसार टिड्डियों को कंट्रोल करने के लिए जिला प्रशासन हेलीकॉप्टर का उपयोग भी करेगा.
जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के गवांडे ने बताया कि केंद्र की दिशा-निर्देश के अनुसार जरूरत होने पर टिड्डियों को नियंत्रित करने के लिए हेलीकॉप्टर से भी कीटनाशक का छिड़काव किया जाएगा. इसके लिए जरूरी शर्तों का पालन किया जाएगा. दो किलोमीटर स्क्वेयर में टिड्डी दल होने और आबादी से दूर होने पर ही हेलीकॉप्टर से टिड्डियों को कंट्रोल किया जा सकेगा.
यहां है टिड्डियों का आतंक
जिले के सरदारशहर, सुजानगढ़, बीदासर, तारानगर, रतनगढ़ और चूरू ब्लॉक में सबसे ज्यादा टिड्डियों का आतंक है. इनमें से चूरू, सरदारशहर, सुजानगढ़ और तारानगर में टिड्डियों के कंट्रोल के लिए केंद्र की टीमों ने स्थायी कैम्प कर रखा है. यह केंद्र की टीम कृषि विभाग और ग्रामीणों की मदद से टिड्डी को कंट्रोल कर रही है.
केंद्र की टीम के पास अभी 10 माइक्रो स्प्रे मशीन है, वहीं किसानों के संसाधनों को भी किराए पर लिया गया है. आने वाले दिनों में इस तरह की पांच मशीन और उपलब्ध हो जाएगी. कलेक्टर भी टिड्डी कंट्रोल टीम से लगातार फीडबैक ले रहे है.
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जिले में टिड्डियों को नियंत्रित करने के लिए हर तरह से प्रयास किए जा रहे है. केंद्र की टीम और कृषि विभाग संयुक्त रूप से लगे हुए है. जरूरत पड़ी तो केंद्र की गाइडलाइंस के अनुसार टिड्डियों पर कंट्रोल के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग भी किया जाएगा.