चूरू. राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन से जुड़ी आशा सहयोगिनियों ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट पर मानदेय बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि वे विभिन्न प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में काम कर रही हैं. इसके बाद उन्हें महीने के 2500 रुपये मानदेय दिया जा रहा है, जिससे रसोई का खर्चा भी नहीं चल पाता.
खसरा-रूबेला अभियान से अलग होने की दी चेतावनी
आशा सहयोगिनियों ने जिलाध्यक्ष ने कहा कि शीघ्र ही हमारी मांगें पूरी नहीं कि गई तो वो सभी खसरा-रूबेला अभियान से अलग हो जायेंगी.
मानदेय 2500 से 18000 से करने की मांग
आपको बता दें कि आशा सहयोगिनियों ने मानदेय 2500 से 18000 करने की मांग की है. आशा सहयोगिनियों ने सरकार पर अनदेखी का आरोप भी लगाया है. इनका कहना हैं कि राज्य सरकार ने बजट में हमारे लिए कुछ खास घोषणायें नहीं की है.
संघ के सदस्यों का कहना हैं कि हमारा मानदेय नहीं बढ़ाकर सरकार ने हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया गया है. हमारी मांगे शीघ्र ही नही मानी गई तो हम राष्ट्रीय कार्यक्रमों का बहिष्कार करेंगे और साथ में आंदोलन की अगली कड़ी में हड़ताल भी करेंगे.