चूरू. जिले में सोमवार को करीब 10 महीनों बाद स्कूलों में चहल-पहल देखी गई. 10 महीनों बाद खुले शिक्षा के मंदिर में कोरोना गाइडलाइन की पालना के साथ बच्चों को बिठाया गया. लंबे अंतराल के बाद खुले विद्यालयों में 90 फीसदी बच्चों की उपस्थिति रही.
बता दें कि सोमवार को विद्यालय में प्रवेश करते ही बच्चों के हाथ सैनिटाइज करवाए गए, कक्षाओं में सभी बच्चे मास्क लगाकर बैठे नजर आए और उचित दूरी पर कक्षा कक्ष में छात्र-छात्राओं को बैठाया गया. पहले दिन स्कूल नहीं आने वाले छात्रों के लिए ऑनलाइन टीचिंग मटेरियल उपलब्ध करवाया गया. विद्यालयों में अब रोजाना 2 मिनट कोविड-19 के प्रति बच्चों को जागरूक भी किया जाएगा.
जिले में 499 सरकारी और 600 से ज्यादा निजी विद्यालय है. विद्यालयों में अनावश्यक भीड़ ना हो इसके लिए दो-दो क्लासों के विद्यार्थियों के आगमन और प्रस्थान के समय में 30 मिनट का अंतराल रखा गया है. बता दें कि चूरू जिले में 188 माध्यमिक, 311 उच्च माध्यमिक सरकारी और 611 प्राइवेट स्कूल हैं. लंबे अंतराल के बाद खुले विद्यालय का छात्र-छात्राओं में भी उत्साह देखा गया.
सीकर में स्कूल खुलने से बच्चों में उत्साह
सीकर जिले के नीमकाथाना में 9 महीने 27 दिनों के बाद सोमवार को स्कूलों की घंटियां बजी. कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक की क्लास शुरू की गई है. स्कूल शुरू होने पर बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिला. शिक्षा विभाग, स्कूल प्रशासन और प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद नजर आया. स्कूलों को खुलने पर बच्चों को स्कूल में सैनेटाइज करवाया गया. साथ ही मास्क लगाकर बच्चों को अंदर प्रवेश दिया गया.
उपखंड अधिकारी बृजेश अग्रवाल ने गजानंद हाई स्कूल, क्षेत्रीय मोड बालिका स्कूल, हीरानगर सरकारी स्कूल और छावनी स्थित गर्ल्स स्कूल का निरीक्षण कर बच्चों की क्लास का जायजा लिया. साथ ही बच्चों को सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी की पालना करने के निर्देश दिए.