चूरू. जिले की सरदारशहर तहसील में नसबंदी शिविर में नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिला की मौत मामले में शुक्रवार को बड़ा खुलासा हुआ है. मामले में पुलिस ने एक महिला सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जिला एवं सेशन न्यायालय में पेश किया. जहां न्यायालय ने सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दे दिए हैं.
पुलिस ने यहां नसबंदी शिविर का आयोजन करने वाले एनजीओ शुभम पैरा मेडिकल समिति के सेकेट्री संदीप शर्मा, कोऑर्डिनेटर रमेश जितरवाल, कंपाउंडर प्रवीण जानू, प्रवीण झाझड़िया और नर्स रुचि पॉल को गिरफ्तार कर लिया है. अब तक के पुलिस अनुसंधान में जो मामले में खुलासा हुआ है, वो काफी चौंकाने वाला है. पुलिस के अनुसंधान में सामने आया कि बिना डॉक्टर ही नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया और बिना परफेक्ट डॉक्टर के महिलाओं के ऑपरेशन किए गए, जिसका नतीजा यह रहा कि एक महिला को अपनी जान देकर सिस्टम की इस घोर लापरवाही की कीमत चुकानी पड़ी.
यह है पूरा मामला...
बता दें कि उक्त एनजीओ की ओर से 30 जून को सरदारशहर सीएचसी में नसबंदी शिविर का आयोजन रखा गया, जिसमें गिरफ्तार आरोपियों ने बिना सर्जन डॉक्टर, बिना एनेस्थिया डॉक्टर और बिना महिला डॉक्टर के बड़ी संख्या में नसबंदी शिविर में महिलाओं के ऑपरेशन किए थे. इसी शिविर में एक महिला की नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत खराब हो गई तो आरोपी उसे मौके पर ही छोड़कर भाग गए, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
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मृतका के परिजनों ने एक जुलाई को मामला दर्ज करवाया था. जहां पुलिस ने धारा 304, 120 बी, एससी एसटी एक्ट, राजस्थान महामारी अध्यादेश व धारा 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम में मामला दर्ज कर लिया था. मामले की जांच सरदारशहर सीओ गिरधारी लाल शर्मा ने की थी, जिसमें दोषी पाए जाने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.