चित्तौड़गढ़. पंचायती राज चुनाव में भाजपा की शानदार जीत होने के बाद गुरुवार को चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति की प्रधान पद पर भाजपा की देवेंद्र कंवर निर्विरोध निर्वाचित हो गई. देवेंद्र कंवर शहर के निकट स्थित धनेत ग्राम के डगला का खेड़ा की रहने वाली है. देवेंद्र कंवर के पति रणजीत सिंह भाटी वर्तमान में धनेत के सरपंच हैं. यह पति-पत्नी लगातार छह चुनाव जीत चुके हैं. महिला सामान्य सीट होने के कारण भाजपा ने इस बार देवेंद्र कंवर को प्रधान बनाया है.
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति में भाजपा का वर्चस्व लगातार दूसरी बार बरकरार रहा है. जिले में सबसे बड़ी पंचायत समिति चित्तौड़गढ़ है, जिसमें कुल सदस्य हैं. इनमें से 14 पर भाजपा और 7 पर कांग्रेस विजयी रही. भाजपा संग़ठन ने महिला सीट पर देवेंद्र कंवर का नाम तय किया. गुरुवार को चित्तौड़गढ़ प्रधान के लिए देवेंद्र कंवर ने नामांकन दाखिल किया. कांग्रेस की और से नामांकन दाखिल नहीं करने के कारण देवेंद्र कंवर का निर्विरोध निर्वाचन हुआ है.
इस दौरान प्रधान पति और धनेत सरपंच रणजीत सिंह भी मौजूद रहे. निर्विरोध निर्वाचन के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष का माहौल देखा गया. इस अवसर पर नवनिर्वाचित प्रधान देवेंद्र कंवर ने कहा कि यह उनके लिए सम्मान का विषय है कि भाजपा ने उन्हें इस काबिल समझा और पंचायत समिति की सीट पर चुनाव लड़ने के बाद भाजपा की नीतियों का समर्थन करते हुए मतदाताओं ने उन्हें विजयी बनाया.
उन्होंने इसके लिए सबसे पहले मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि जो चुनाव में उन्होंने मतदाताओं से वायदे किए थे उन्हें पूरा करेंगे. इसके साथ बिना भेदभाव के पूरे चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति में विकास के कार्य करेंगी. इस अवसर पर प्रधान पति और सरपंच रणजीत सिंह ने बताया कि पिछले 6 बार से दोनों पति-पत्नी चुनाव जीतते आए हैं. इस बार पंचायत समिति में भाजपा संगठन ने वरिष्ठता के आधार पर उनको प्रधान के लिए चुना है.
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रणजीत सिंह भाटी ने बताया कि इस बार प्रधान पद संभालने का अवसर मिला है. यह सब भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत पर आलाकमान के विश्वास का नतीजा है. उन्होंने कहा कि वह भी बिना भेदभाव पूरे क्षेत्र का विकास करते हुए सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों को आमजन तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
गौरतलब है कि पति रणजीत सिंह से पहले देवेंद्र कंवर धनेत ग्राम पंचायत की सरपंच थी और उससे पहले रणजीत सिंह सरपंच थे. दिलचस्प बात ये है कि जब देवेंद्र कंवर सरपंच थी तब पति रणजीत सिंह पंचायत समिति सदस्य चुने गए थे. लेकिन उस समय सामान्य पुरुष की सीट होने के बावजूद उन्हें प्रधान नहीं बनाया था. वहीं अब पति सरपंच है तो पत्नी प्रधान है. भविष्य में जब भी पंचायत समिति की बोर्ड बैठक होगी तो पति सामान्य सरपंच के नाते बैठक में भाग लेंगे. वहीं पत्नी प्रधान सीट पर बैठक की अध्यक्षता करेंगी.