चित्तौड़गढ़. जिले के राशमी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक युवक की भदेसर थाना क्षेत्र में स्थित आसावरामाताजी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. इसके बाद मृतका की पत्नी शव को लेकर युवक के रिश्तेदारों के पास पहुंची, लेकिन उसके रिश्तेदारों ने अंतरजातीय विवाह करने के कारण अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया और शव नहीं लिया.
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इसके बाद पत्नी शव को पुनः आसावरामाताजी लेकर आई. लोगों ने भदेसर पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने पर भदेसर थाना पुलिस ग्राम पंचायत के सहयोग से शुक्रवार को शव का अंतिम संस्कार करवाएगी. इससे पहले शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई भी होगी.
भदेसर थाने के सहायक उप निरीक्षक रतनलाल सालवी ने बताया कि राशमी थाना क्षेत्र के आरणी निवासी रमेश (37) पुत्र भाना माली की तबीयत खराब हो गई थी. इस पर रमेश की पत्नी अनीता उसे भदेसर थाना क्षेत्र में स्थित धार्मिक तीर्थस्थल आसावरामाताजी के शरण में ले कर आई थी. गुरुवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ने से अपने गांव आरणी ले जा रही थी कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
इस पर मृतक की पत्नी शव को लेकर आरणी गांव में रमेश के परिजनों के पास पहुंची, लेकिन रमेश ने अनिता के साथ करीब 15 वर्ष पूर्व अंतरजातिय विवाह किया था. इसके चलते रमेश के भाई व अन्य रिश्तदारों ने शव लेने से इनकार कर दिया. इस पर अनिता पुनः शव को आसावरामाता लेकर आई. इसकी जानकारी मिली तो लोगों की भीड़ जमा हो गई. इसकी सूचना भदेसर थाना पुलिस को दी गई. अब शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा और बाद में ग्राम पंचायत के सहयोग से अंतिम संस्कार किया जाएगा.