चितौड़गढ़. जिले के भदेसर इलाके में एक एलआईसी के सुरक्षा गार्ड ने आत्महत्या की कोशिश की. उसे गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय लाया गया था, जहां देर रात उसने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि उसकी पत्नी ससुराल में नहीं रहना चाहती थी और उसे भी अपने साथ पीहर में रखने की जिद करती थी, जिसके कारण उसने आत्महत्या की है. भदेसर पुलिस थाने के हेड कांस्टेबल सुभाषचंद्र हॉस्पिटल पहुंचे और उन्होंने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया.
हेड कांस्टेबल सुभाषचंद्र के अनुसार बानसेन निवासी प्रह्लाद जीनगर ने रिपोर्ट दी है कि उसका फुफेरा भाई 35 वर्षीय चंपालाल निंबाहेड़ा एलआईसी में बतौर सुरक्षा गार्ड का काम करता है. वह परिवार सहित भदेसर में किराए के मकान में रह रहा था. उसकी पत्नी दीपा 2-3 महीने पहले अपने पीहर भीलवाड़ा चली गई और चंपालाल को भी भीलवाड़ा रहने के लिए बाध्य कर रही थी, जबकि वह इसके लिए तैयार नहीं था. रिपोर्ट में बताया गया कि पत्नी के नहीं आने से चंपालाल तनाव में था. संभवत: इसी वजह से गुरुवार शाम को उसने खुदकुशी कर ली.
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मामा-मामी ने की थी परवरिश : हेड कांस्टेबल सुभाषचंद्र ने बताया कि उसे सीएचसी भदेसर ले जाया गया, जहां से उसे चितौड़गढ़ रेफर किया गया. यहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. परिजनों से पता चला है कि चंपालाल के माता-पिता का बचपन में ही निधन हो गया था. ऐसे में मामा अर्जुन लाल उसे बानसेन ले आए. इस बीच मामा-मामी ने उसकी परवरिश की. मामा-मामी के इस कर्ज तले वह उन्हें छोड़कर भीलवाड़ा नहीं जाना चाहता था, जबकि पत्नी भदेसर आने को तैयार नहीं थी.