चित्तौड़गढ़. जिले में कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रहा है. अकेले निम्बाहेड़ा में ही अब तक कोरोना वायरस के 27 मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें से एक की मौत भी हो गई है. इस सब के बावजूद प्रशासन की तरफ से कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. हालात ये हैं कि, जिले के राजकीय चिकित्सालय में सुरक्षा की भी व्यवस्था नहीं की गई है. शुक्रवार को सैंपल लेने के लिए बुलाए गए लोगों को अस्पताल प्रशासन बिना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराए लंबा इंतजार करा रहे हैं.
जानकारी के अनुसार 6 दिन पहले निंबाहेड़ा में कोरोना वायरस का पॉजिटिव रोगी सामने आने के बाद जिले के सबसे बड़े श्री सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय प्रशासन ने आउटडोर को बंद करके उसमें कोविड-19 का वार्ड बनाया था. लेकिन इस कोविड-19 वार्ड में सरकार की गाइडलाइन्स की जमककर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इसमें शुक्रवार को सैंपल लेने के लिए बुलाए गए डेढ़ सौ मरीजों को बिना सोशल डिस्टेंसिंग के एक साथ खड़ा किया जा रहा है. साथ ही इनके सैंपल लेने की कोई भी सही व्यवस्था नहीं की गई है. संदिग्धों के परिजन पीएमओ सहित अन्य चिकित्सकों को कई बार फोन लगाया, लेकिन 4 घंटे तक उन्हें अस्पताल की तरफ से कोई जबाव नहीं मिला.
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वहीं, दूसरी तरफ कोविड-19 वार्ड में ड्यूटी कर रहे चिकित्सकों को चिकित्सालय प्रशासन ने वायरस से बचाव के लिए उपकरण नहीं दिए हैं. चिकित्सालय प्रशासन के पास हर तरह की बचाव की सुविधाएं चिकित्सालय के परिसर में मौजूद है, फिर भी चिकित्सकों और नर्सिंगकर्मियों को उन सुविधाओं से मरहूम रखा जा रहा है.