चित्तौड़गढ़. अवैध शराब निर्माण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने अभिनव पहल की है. अवैध शराब निर्माण की सूचना देने वाले को आबकारी विभाग की ओर से अब एक लाख रूपए (1,00,000 रु.) की प्रोत्साहन राशि दी जा सकेगी.
यही नहीं सूचना देने वाले व्यक्ति के नाम को पूरी तरह गोपनीय भी रखा जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि अब आबकारी विभाग की ओर से प्रदेश में मुखबिर प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है. चित्तौड़गढ़ जिले में भी अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए प्रभावी ढंग से कार्य किया जा रहा है.
मुखबिर प्रोत्साहन योजना के तहत अवैध शराब के सम्बन्ध में सूचना देने पर प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है. इसके अतिरिक्त अभियान की अवधि में अवैध मदिरा के संग्रहण, भंडारण, परिवहन और बिक्री के सूचना देने पर सूचना देने वाले को सूचना सही पाए जाने पर एक लाख रूपए (1,00,000 रु.) दिए जा रहे हैं. इस राशि का वितरण जिला कलेक्टर की ओर से लैब की जांच से प्रमाणीकरण करने के बाद किए जाने का प्रावधान रखा गया है.
इसके साथ ही अवैध शराब निर्माण, विक्रय और परिवहन के सम्बंधित सूचना देने के लिए आबकारी विभाग ने हेल्प लाइन 1800 180 6436 भी शुरू की है जो कि 24 घंटे संचालित है.