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चित्तौड़गढ़: कोरोना वायरस के चलते मोहर्रम पर नहीं निकला जुलूस, इमामबाड़े पर पहुंच लोगों ने चढ़ाया प्रसाद

देशभर में रविवार को मोहर्रम का पर्व धूमधाम से मनाया गया. वहीं चित्तौड़गढ़ के कपासन में मुहर्रम पर निकलने वाला जुलूस इस बार कोरोना वायरस के चलते नहीं निकाला गया. लेकिन इमामबाड़े पर ही पहुंचकर लोगों ने ताजियों पर प्रसाद चढ़ाकर अमन चैन की दुआ मांगी.

Moharram News Kapasan Chittorgarh
कोरोना वायरस के चलते मोहर्रम पर नहीं निकला जुलूस
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Published : Aug 31, 2020, 2:30 AM IST

कपासन (चित्तौड़गढ़). इमाम हुसैन की याद में निकाले जाने वाला मुहर्रम कोरोना के चलते इमाम बाडे में ही रखा गया. वहीं शनिवार को रात के समय छड़ी के दौरान धारा-144 का उल्लंघन करने पर पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया.

ताजिया लाइसेंस धारी अशफाक तुर्किया के अनुसार हजरत मौहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन के कर्बला में शहीद होने पर उनकी याद में प्रतिवर्ष मुस्लिम समुदाय की ओर से नगर में ताजिया निकाला जाता है. परंतु वर्तमान में चल रही वैश्वीक महामारी कोरोना के चलते राज्य सरकार की गाइड लाईन की पालना करते हुए, ताजिये को इमाम बाडे में ही रखा गया. लोगों ने वहीं पहुंच कर प्रसाद चढ़ाया.

पढ़ें- कोरोना के कारण कर्बला दरगाह सील, सुपुर्द-ए-खाक नहीं होंगे ताजिए

शनिवार रात को जामा मस्जिद चैक में ताजिये को रखा गया था. इसी दौरान कुछ युवकों की ओर से उत्पात मचाने और धारा-144 का उल्लंघन करने की सूचना पर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत मय जाप्ता मौके पर पहुंचे और वहां मौजूद लोगों को अपने घरों को भेज, ताजिये को पुन: इमाम बाडे में रखवाया. इस दौरान ढोल ताशों के साथ उत्पात मचा कर भीड़ एकत्रित करने के आरोप में 4 युवकों को हिरासत में लिया गया.

करौली में नहीं निकला जुलुस

करौली के बालघाट कस्बे में कोरोना वायरस की वजह से इस बार मोहर्रम के 10 तारीख यौमे आशूरा के दिन रविवार को न तो अलम निकला और नाही ताजिया का जूलूस निकाला गया. लेकिन बाहर से आए दूरदराज के लोगों को छबील बनाकर पिलाया गया. ज्यादातर लोगों ने घरों में रहकर मोहर्रम का पर्व मनाया.

कपासन (चित्तौड़गढ़). इमाम हुसैन की याद में निकाले जाने वाला मुहर्रम कोरोना के चलते इमाम बाडे में ही रखा गया. वहीं शनिवार को रात के समय छड़ी के दौरान धारा-144 का उल्लंघन करने पर पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया.

ताजिया लाइसेंस धारी अशफाक तुर्किया के अनुसार हजरत मौहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन के कर्बला में शहीद होने पर उनकी याद में प्रतिवर्ष मुस्लिम समुदाय की ओर से नगर में ताजिया निकाला जाता है. परंतु वर्तमान में चल रही वैश्वीक महामारी कोरोना के चलते राज्य सरकार की गाइड लाईन की पालना करते हुए, ताजिये को इमाम बाडे में ही रखा गया. लोगों ने वहीं पहुंच कर प्रसाद चढ़ाया.

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शनिवार रात को जामा मस्जिद चैक में ताजिये को रखा गया था. इसी दौरान कुछ युवकों की ओर से उत्पात मचाने और धारा-144 का उल्लंघन करने की सूचना पर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत मय जाप्ता मौके पर पहुंचे और वहां मौजूद लोगों को अपने घरों को भेज, ताजिये को पुन: इमाम बाडे में रखवाया. इस दौरान ढोल ताशों के साथ उत्पात मचा कर भीड़ एकत्रित करने के आरोप में 4 युवकों को हिरासत में लिया गया.

करौली में नहीं निकला जुलुस

करौली के बालघाट कस्बे में कोरोना वायरस की वजह से इस बार मोहर्रम के 10 तारीख यौमे आशूरा के दिन रविवार को न तो अलम निकला और नाही ताजिया का जूलूस निकाला गया. लेकिन बाहर से आए दूरदराज के लोगों को छबील बनाकर पिलाया गया. ज्यादातर लोगों ने घरों में रहकर मोहर्रम का पर्व मनाया.

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