चित्तौड़गढ़. जिले की सरस दुग्ध डेयरी में 75 करोड़ की लागत से पाउडर प्लांट लगाया जाएगा. इसके साथ ही प्रतापगढ़ में भी डेयरी स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे. यह जानकारी सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने चित्तौड़गढ़ सरस डेयरी में आयोजित दुग्ध दिवस समारोह में मंगलवार को दी.
आंजना ने कहा कि दुग्ध उत्पादकों के सामूहिक प्रयास से ही दुग्ध क्रांति आई है. जहां पहले 90 हजार लीटर दूध उत्पादन होता था, अब 2 लाख 10 हजार लीटर तक पहुंच गया है. डेयरी में 5 करोड़ की लागत से वेयरहाउस और 75 करोड़ की लागत से पाउडर प्लांट लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें विभिन्न योजनाओं का अधिकाधिक लाभ दिलाना है. जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करें ताकि आर्थिक उन्नति कर सके. उन्होंने कहा कि डेयरी के प्रति आम जन का विश्वास है, इस विश्वास को कायम रखें.
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पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने डेयरी में अस्थाई चौकी लगाने की घोषणा की. इस पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए डेयरी चेयरमैन बद्रीलाल जाट जगपुरा ने बताया कि वर्ष 2021 के मुकाबले 2023 में दुग्ध उत्पादकों को 53 करोड़ रूपए अनुदान के रूप में वितरित किये गए हैं. इस वर्ष 85 दुग्ध उत्पादन केंद्र बनाये जा रहे हैं. मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए टेस्टिंग मशीन लगाई जाएगी. उन्होंने पशु दुर्घटना पर 21000 देने की घोषणा की साथ ही 11 अप्रैल से दूध खरीद पर दूध उत्पादकों को अतिरिक्त अनुदान दिए जाने की घोषणा की है.
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समारोह में राजस्थान धरोहर संरक्षण प्राधिकरण के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने भी विचार रखे. नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा, भीलवाड़ा डेयरी के पूर्व चेयरमैन लेहरु जाट, कपासन प्रधान भेरु लाल जाट, निम्बाहेड़ा नगर पालिका अध्यक्ष सुभाष शारदा, डेयरी निदेशक भरत आंजना, पूर्व विधायक प्रकाश चौधरी, पूर्व विधायक शंकर बेरवा सहित बड़ी संख्या में दुग्ध उत्पादक समिति के सदस्य डायरेक्टर और सचिव मौजूद थे.