चित्तौड़गढ़. जिले के रावतभाटा क्षेत्र में रहने वाले युवक के चम्बल नदी में आत्महत्या करने के मामले में रविवार से चल रहा गतिरोध आखिर सोमवार को बेगूं विधायक की पहल पर खत्म हो गया. रविवार से ही ठेकेदार को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे परिजनों और श्रमिक संगठनों ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई से इंकार कर दिया था. वहीं सोमवार को परिजन विधायक की समझाइश के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई के लिए राजी हो गए.
पढ़ें- Rajasthan By-election 2021 में उठाए जाएंगे कई नए कदम, स्टार प्रचारक किए गए कम, चुनाव खर्च बढ़ाया
भैंसरोड़गढ़ थाना पुलिस ने मर्ग दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया. इससे पहले लोगों ने जाम लगाया, तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ दिया. जाम लगाने को लेकर पुलिस में कोई प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है. वहीं शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी होने पर पुलिस और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है.
जानकारी में सामने आया कि रावतभाटा निवासी दीपक पुत्र श्यामलाल सेन ने रविवार तड़के भैंसरोड़गढ़ थाना इलाके में चम्बल नदी पूलिया से कूद कर आत्महत्या कर ली थी. इसकी बाइक पूलिया पर खड़ी मिली, जिस पर इसके नदी में कूदने की आशंका हुई तो गोताखोर बुला कर शव निकाला और रावतभाटा चिकित्सलय की मोर्चरी में रखवाया गया.
रविवार को युवक की आत्महत्या करने के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया था और तब से ही मोर्चरी के बाद श्रमिक संगठनों और श्रमिकों का प्रदर्शन चल रहा था. परिजनों का आरोप है कि ठेकेदार इसे काम पर रखने की एवज में 25 हजार रुपए मांग रहा था. इस पर परिजन ठेकेदार को गिरफ्तार करने और मृतक आश्रितों को आर्थिक सहायता की मांग कर रहे थे. इस पर रविवार रात तक कोई निर्णय नहीं हो पाया.
ऐसे में रविवार रात को शव मोर्चरी में ही रहा और सोमवार सुबह से ही परिजनों और श्रमिक संगठनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. यह मामला विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी की पहल से सुलझा. मृतक के आश्रितों को जन सहयोग से आर्थिक सहायता एकत्रित कर दी जाने की बात सामने आई है. सोमवार दोपहर को एसडीएम कार्यालय में विधायक राजेंद्रसिंह बिधूड़ी की मौजूदगी में एसडीएम रामसुख गुर्जर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तृप्ति विजयवर्गीय, आरएपीपी के मानव संसाधन प्रमुख राजीव दुबे, मृतक के परिजन, ठेकेदार एसोसिएशन, ठेका श्रमिक यूनियन प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई.
बैठक में आरएपीपी ने प्रस्ताव दिया कि वेलफेयर फंड से मृतक के परिजनों को 11 लाख रुपए की राशि दिए जाने के प्रस्ताव मुंबई मुख्यालय भेजा जाएगा. इस दौरान विधायक ने अपनी ओर से मृतक के पिता श्यामलाल सेन को आर्थिक सहायता बैठक में देना तय किया. साथ ही जन सहयोग से राशि जुटाई जाएगी. जिसमें ठेकेदार और ठेका श्रमिक भी राशि एकत्रित करने की बात सामने आई. वहीं इससे पहले लोगों ने सड़क जाम कर दी. इस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. फिलहाल मामला सुलझ गया है और गतिरोध खत्म हो गया है. पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है.