चितौड़गढ़. मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में रेलवे थाने के कांस्टेबल का नाम सामने आया है. सीआईडी क्राइम ब्रांच की सूचना पर निम्बाहेड़ा उपखंड क्षेत्र के भट्ट कोटडी और कारूंडा गांव में पिछले दिनों मादक पदार्थों के बड़ी खेप जब्त की गई थी. पुलिस ने इस दौरान गिरफ्तार आरोपियों से जब पूछताछ की तो उन्होंने जीआरपी थाना चित्तौड़गढ़ में तैनात एक कांस्टेबल का नाम बताया. जिसके बाद संदिग्ध पुलिसकर्मी को नामजद करते हुए उसके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है.
पुलिस ने सीआईडी क्राइम ब्रांच की सूचना पर निंबाहेड़ा उपखण्ड क्षेत्र के बड़ौली माधोसिंह ग्राम पंचायत के भट्ट कोटड़ी और ग्राम पंचायत कारूण्डा में 20 सितंबर को दबिश दी थी. दोनों गांवों से पुलिस ने करीब 7.8 किलो अफीम, 12 किलो अफीम घुला पानी और 5.67 क्विंटल डोडा चूरा और 5.3 किलो अफीम में मिलाने वाले केमिकल पाउडर और 650 ग्राम सफेद पाउडर जब्त किया था. साथ ही पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 21 लाख रुपए कैश भी जब्त किए थे. मौके से गिरफ्तार उदयलाल धाकड़ और हीरालाल जाट को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया. न्यायालय ने दोनों को 28 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
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पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने जीआरपी थाना चित्तौड़गढ़ में तैनात एक कांस्टेबल का नाम बताया. जिसके बाद संदिग्ध पुलिस वाले को नामजद कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि आरोपी पुलिस वाले का नाम निम्बाहेड़ा सदर थाने की एफआईआर में भी है. वहीं, एक और बात सामने आई है कि 20 सिंतबर से ही आरोपी कांस्टेबल थाने से गैर हाजिर चल रहा है.
पुलिस उप अधीक्षक जगराम मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने जीआरपी थाने के कांस्टेबल का नाम लिया है. इसके बारे में अनुसंधान किया जा रहा है. जांच के बाद ही सब कुछ साफ हो पाएगा. इधर, मादक पदार्थ तस्करी के मामले में जीआरपी थाने के कांस्टेबल का नाम सामने आने के बाद रेलवे पुलिस थाना महकमे में भी हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि यह कांस्टेबल एक साल से अधिक समय से चित्तौड़गढ़ जीआरपी थाने में तैनात है. वहीं, इस संबंध में जीआरपी थानाधिकारी चित्तौड़गढ़ शैतानसिंह से बात की गई. इस पर थानाधिकारी ने बताया कि जिस कांस्टेबल का नाम आ रहा है वह पुलिस थाने से ही 20 सितंबर से ही गैर हाजिर चल रहा है.