चितौड़गढ़. जिले के निम्बाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बाद प्रशासन की ओर से पहले कर दो कर्फ्यू और उसके बाद महा कर्फ्यू लगाया गया है. जिसकी सख्ती से पालना की जा रही है. वहीं कुछ लोग निम्बाहेड़ा छोड़ कर जिले के दूसरी जगह पलायन कर रहे हैं, जिसके पीछे कोरोना संक्रमण का भय और जांच से बचना मुख्य कारण बताया जा रहा है.
वहीं जिला प्रशासन ऐसे लोगों को चिन्हित कर इनके स्वास्थ्य का परीक्षण कर क्वॉरेंटाइन की कार्रवाई की जा रही है. ऐसे ही मामले चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय के अलावा बड़ीसादड़ी नगरपालिका क्षेत्र में भी मिले हैं. ऐसे में लोगों को घर पर ही होम क्वॉरेंटाइन किया गया है.
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जानकारी के अनुसार निम्बाहेड़ा में संक्रमण की पुष्टि होने के साथ ही महाकर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है. लेकिन लगातार लोगों का निम्बाहेड़ा से चित्तौडगढ़ और अन्य स्थानों पर आना जारी है, बीते एक सप्ताह में 6 ससे अधिक लोग निम्बाहेड़ा से चित्तौडगढ़ आ चुके है, जिन्हें प्रशासन ने पहचान कर क्वारेन्टाईन किया है.
वहीं निम्बाहेड़ा के सेमलिया से एक व्यक्ति अपने परिवार सहित सुबह चित्तौडगढ़ पहुंच गया. इसकी सूचना प्रशासन को दी गई। बाद में मेडिकल टीम ने जांच कर इन्हें क्वारेंटाइन किया गया है. लगातार लोगों के आने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई कानूनी कार्रवाई नहींं किये जाने के चलते लोगों का आवागमन बदस्तूर जारी है.
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निम्बाहेड़ा में कोरोना संक्रमण का मामले सामने आने के बाद लॉकडाउन और कर्फ्यू के बीच लोग कस्बे से निकल रहें हैं. निम्बाहेड़ा के जिले के अन्य क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैल रहा है. बावजूद इसके प्रशासन ने अबतक कोई सख्त कदम नहीं उठाए है. यही कोरोना संक्रमित क्षेत्र से निकलकर लोग ऐसे ही जिले के अन्य क्षेत्रों में जाते रहें तो, स्थिति और अधिक गंभीर हो जाएगी. इसके साथ ही यहां जिला प्रशासन का ढीला रवैया और लापरवाही भी नजर आ रही है.