चित्तौड़गढ़. जिले के चंदेरिया थाना क्षेत्र में आने वाले रोलाहेड़ा गांव में सोमवार दोपहर दिल दहलाने घटना सामने आई है. यहां छप्पर में आग लगने से एक महिला की जिंदा जल कर मौत हो गई. महिला लकवाग्रस्त होने के कारण उठ नहीं पाई और जिंदा जल गई.
इस घटना की सूचना के बाद चंदेरिया थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची है. एफएसएल टीम व डॉक्टरों की टीम को मौके पर ही बुलाया गया है. आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. जानकारी के अनुसार, चित्तौड़गढ़ जिले के चंदेरिया थाना क्षेत्र के रोलाहेड़ा गांव में भीलों के मोहल्ले में मांगीलाल भील का मकान है. सोमवार दोपहर में मांगीलाल कहीं बाहर गया हुआ था और इसके दोनों ही पुत्र मजदूरी पर गए हुए थे. दोपहर करीब 1 बजे इसके छप्पर में अचानक से आग लग गई. ढालिये के नीचे मांगीलाल भील की पत्नी नोजीबाई सोई हुई थी. मोजीबाई करीब 2 वर्ष से लकवाग्रस्त से पीड़ित थी. ऐसे में यह उठ कर भाग नहीं पाई.
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मांगीलाल का मकान भी एक तरफ है, जहां एक कमरे के आगे लकड़ी व प्लास्टिक के त्रिपाल डाल कर छप्पर बनाया हुआ है. मकान से धुआं उठता देख मोहल्लेवासियों को इस घटना की जानकारी मिली तो दौड़ कर मौके पर पहुंचे. तब तक महिला की जिंदा जलने से मौके पर ही मौत हो गई थी. लोगों ने चंदेरिया थाना पुलिस को सूचना दी.
थाने से सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली है. पुलिस की जांच में सामने आया कि घटना के दौरान मकान में कोई नहीं था. केवल नोजीबाई छप्पर के नीचे सोई हुई थी, जिसकी जिंदा जल कर मौत हो गई. इस पर उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई है. आग के कारणों की जांच की जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि मांगीलाल भील काफी गरीब है.