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चित्तौड़गढ़ः बिना सूचना बदला आउटडोर, मरीज हुए परेशान - आउटडोर बदलने से मरीज परेशान

चित्तौड़गढ़ के जिला राजकीय चिकित्सालय नित्य नए प्रयोगों के लिए जाना जाता है. वहीं मंगलवार को चिकित्सालय प्रशासन द्वारा बिना किसी सूचना के आउटडोर को डीईआईसी भवन में शुरू कर दिया गया. इस बदलाव के कारण मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

आउटडोर बदलने से मरीज परेशान, Patients upset due to outdoor change
आउटडोर बदलने से मरीज परेशान
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Published : May 26, 2020, 8:26 PM IST

चित्तौड़गढ़. जिला मुख्यालय स्थित सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय इन दिनों प्रयोगशाला का केंद्र बना हुआ है. इसमें नित्य नए प्रयोग देखने को मिलते हैं. इस कड़ी में मंगलवार को पिछले डेढ़ महीनों में दूसरी बार आउटडोर दूसरी जगह शुरू किया गया है.

आउटडोर बदलने से मरीज परेशान, Patients upset due to outdoor change
बिना सूचना बदला आउटडोर

इसकी सूचना जिला राजकीय चिकित्सालय प्रशासन द्वारा नहीं दी गई और आनन-फानन में यह कदम उठाया गया है. इसके कारण वहां पर आने वाले मरीजों और इनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है.

पढ़ेंः घटता पानी, जूझते लोग और प्रशासन के दावों के बीच हांफता हैंडपंप...कुछ ऐसी ही है आदिवासियों की जिंदगी

जानकारी के अनुसार जिला राजकीय चिकित्सालय नित्य नए प्रयोगों के लिए जाना जाता है. इसी कड़ी में मंगलवार को चिकित्सालय प्रशासन द्वारा बिना किसी अग्रिम सूचना के आउटडोर को महिला एवं बाल चिकित्सालय के पास डीईआईसी भवन में शुरू कर दिया गया.

इसका समय सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक रहेगा, लेकिन मंगलवार सवेरे से लेकर आउटडोर के समय की समाप्ति तक मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और उन्हें जानकारी के अभाव में चिकित्सालय में भटकते हुए देखा गया.

चिकित्सालय में जहां पहले आउटडोर चलता था. वहां के गार्ड प्रत्येक रोगी को नई जगह भेजने में लगे रहे. कुछ दिनों पूर्व आउटडोर को कोविड-19 के कारण आपातकालीन वार्ड में शुरू किया गया था. चिकित्सालय प्रशासन का यह प्रयोग भी असफल रहा था. मंगलवार को नए भवन में शुरू हुए आउटडोर में भारी भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की जहां धज्जियां उड़ती दिखाई दी, वहीं आउटडोर में महज तीन चिकित्सक अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए दिखाई दिए.

मरीजों की भीड़ को देखते हुए चिकित्सकों की कमी साफ दिखाई दी. मंगलवार से की नई व्यवस्था में यह भी देखने को मिला है कि आनन-फानन में आउटडोर को नए भवन में संचालित करने का निर्णय करने के कारण ना तो आउटडोर में जांच की सुविधाएं शुरू हो पाई और ना ही डीडीसी दवाओं का काउंटर पूरी तरह से तैयार दिखाई दिया.

पढ़ेंः सोशल डिस्टेंस के साथ पटरी पर आया पाली का कपड़ा उद्योग

इसके कारण पूरे भवन में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया और आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को सभी दवाओं और जांच करवाने के लिए भटकते देखा गया. वहीं इस बारे में चिकित्सालय प्रशासन से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया गया तो अधिकारी कोविड ड्यूटी में व्यस्तता दिखा दूरी बनाए रखी.

चित्तौड़गढ़. जिला मुख्यालय स्थित सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय इन दिनों प्रयोगशाला का केंद्र बना हुआ है. इसमें नित्य नए प्रयोग देखने को मिलते हैं. इस कड़ी में मंगलवार को पिछले डेढ़ महीनों में दूसरी बार आउटडोर दूसरी जगह शुरू किया गया है.

आउटडोर बदलने से मरीज परेशान, Patients upset due to outdoor change
बिना सूचना बदला आउटडोर

इसकी सूचना जिला राजकीय चिकित्सालय प्रशासन द्वारा नहीं दी गई और आनन-फानन में यह कदम उठाया गया है. इसके कारण वहां पर आने वाले मरीजों और इनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है.

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जानकारी के अनुसार जिला राजकीय चिकित्सालय नित्य नए प्रयोगों के लिए जाना जाता है. इसी कड़ी में मंगलवार को चिकित्सालय प्रशासन द्वारा बिना किसी अग्रिम सूचना के आउटडोर को महिला एवं बाल चिकित्सालय के पास डीईआईसी भवन में शुरू कर दिया गया.

इसका समय सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक रहेगा, लेकिन मंगलवार सवेरे से लेकर आउटडोर के समय की समाप्ति तक मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और उन्हें जानकारी के अभाव में चिकित्सालय में भटकते हुए देखा गया.

चिकित्सालय में जहां पहले आउटडोर चलता था. वहां के गार्ड प्रत्येक रोगी को नई जगह भेजने में लगे रहे. कुछ दिनों पूर्व आउटडोर को कोविड-19 के कारण आपातकालीन वार्ड में शुरू किया गया था. चिकित्सालय प्रशासन का यह प्रयोग भी असफल रहा था. मंगलवार को नए भवन में शुरू हुए आउटडोर में भारी भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की जहां धज्जियां उड़ती दिखाई दी, वहीं आउटडोर में महज तीन चिकित्सक अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए दिखाई दिए.

मरीजों की भीड़ को देखते हुए चिकित्सकों की कमी साफ दिखाई दी. मंगलवार से की नई व्यवस्था में यह भी देखने को मिला है कि आनन-फानन में आउटडोर को नए भवन में संचालित करने का निर्णय करने के कारण ना तो आउटडोर में जांच की सुविधाएं शुरू हो पाई और ना ही डीडीसी दवाओं का काउंटर पूरी तरह से तैयार दिखाई दिया.

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इसके कारण पूरे भवन में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया और आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को सभी दवाओं और जांच करवाने के लिए भटकते देखा गया. वहीं इस बारे में चिकित्सालय प्रशासन से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया गया तो अधिकारी कोविड ड्यूटी में व्यस्तता दिखा दूरी बनाए रखी.

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