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चित्तौड़गढ़ जिले में कोरोना को मात देने की तैयारी, केवल दो सक्रिय केस - चित्तौड़गढ़ में केवल दो कोरोना सक्रिय केस

कोरोना संक्रमण से अछूते रहे चित्तौड़गढ़ और रावतभाटा मुख्यालय पर अब कोरोना ने दस्तक दे दी है. रावतभाटा में एक वृद्ध और चितौड़गढ़ में भाजपा का पार्षद प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. जिसके बाद चित्तौड़गढ़ में कोरोना के मात्र 2 केस ही रह गए हैं.

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चित्तौड़गढ़ जिले में केवल दो कोरोना सक्रिय केस
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Published : Jun 30, 2020, 3:59 PM IST

चित्तौड़गढ़. जिले में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या मात्र 2 रह गई है, जिसमें से एक रावतभाटा का है. जहां एक वृद्ध कोरोना पॉजिटिव आया है, वहीं दूसरा चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय का है. जहां एक युवक पॉजिटिव आया है. बड़ी बात यह कि ये दोनों केस भी पिछले दो दिनों में ही सामने आए हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि अगर ये दो नए केस नहीं आते तो चितौड़गढ़ जिला कोरोना मुक्त हो चुका होता.

चित्तौड़गढ़ में केवल दो कोरोना सक्रिय केस

जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण से अछूते रहे चित्तौड़गढ़ और रावतभाटा मुख्यालय पर अब कोरोना ने दस्तक दे दी है. रावतभाटा में एक वृद्ध और चितौड़गढ़ में भाजपा का पार्षद प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव आया है. यह युवक भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता है. उसके वार्ड में शामिल मोहर मंगरी, कच्ची बस्ती प्रमुख है, जहां उसका नियमित रूप से आना-जाना है. उसका निवास मीठाराम जी का खेड़ा क्षेत्र में है. मोहर मंगरी क्षेत्र में अधिकांश लोग मध्यप्रदेश नीमच जिले के हैं. पिछले दिनों यह युवक भाजपा के कई बड़े नेताओं के सम्पर्क में आया है, जिससे भाजपा खेमे में खलबली है.

वहीं, निम्बाहेड़ा में भी डोडा चूरा तस्करी में लिप्त एक आरोपित कोरोना पॉजिटिव आया था. इसके सम्पर्क में आने वाले दो थानों के 51 पुलिसकर्मियों के सैंपल की रिपोर्ट मंगलवार को आई, जो राहत देने वाली है. निम्बाहेड़ा के दोनों थानों के थानाधिकारियों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. चितौड़गढ़ जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 210 मरीज सामने आए हैं, जिनमें से 6 की मौत हो चुकी है.

यह भी पढ़ें. भारत में कोरोना : पिछले 24 घंटे में 418 लोगों की मौत, 18 हजार से ज्यादा नए केस

पिछले दिनों जिले के रावतभाटा उपखण्ड के चारभुजा क्षेत्र में परमाणु बिजलीघर के कैंटीन में काम करने वाले एक युवक के पिता पॉजिटिव सामने आए थे. संक्रमण सामने आने के बाद एहतिहात के तौर पर दो गलियों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इधर, जिला कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में केवल दो केस ही कोरोना पॉजिटिव हैं, जो सक्रिय हैं. चितौड़गढ़ जिला कोरोना पर सबसे पहले काबू पाने वाला जिला है. उन्होंने बताया कि निम्बाहेड़ा में अचानक से कोरोना के बड़ी संख्या में मामले बढ़ गए थे, लेकिन सबसे पहले कोरोना मुक्त होने वाले शहरों में निम्बाहेड़ा शामिल है. उन्होंने बताया कि जिले के लोगों की सजगता के चलते हम कोरोना को रोकने में सफल रहे हैं. जिले में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.

चित्तौड़गढ़. जिले में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या मात्र 2 रह गई है, जिसमें से एक रावतभाटा का है. जहां एक वृद्ध कोरोना पॉजिटिव आया है, वहीं दूसरा चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय का है. जहां एक युवक पॉजिटिव आया है. बड़ी बात यह कि ये दोनों केस भी पिछले दो दिनों में ही सामने आए हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि अगर ये दो नए केस नहीं आते तो चितौड़गढ़ जिला कोरोना मुक्त हो चुका होता.

चित्तौड़गढ़ में केवल दो कोरोना सक्रिय केस

जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण से अछूते रहे चित्तौड़गढ़ और रावतभाटा मुख्यालय पर अब कोरोना ने दस्तक दे दी है. रावतभाटा में एक वृद्ध और चितौड़गढ़ में भाजपा का पार्षद प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव आया है. यह युवक भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता है. उसके वार्ड में शामिल मोहर मंगरी, कच्ची बस्ती प्रमुख है, जहां उसका नियमित रूप से आना-जाना है. उसका निवास मीठाराम जी का खेड़ा क्षेत्र में है. मोहर मंगरी क्षेत्र में अधिकांश लोग मध्यप्रदेश नीमच जिले के हैं. पिछले दिनों यह युवक भाजपा के कई बड़े नेताओं के सम्पर्क में आया है, जिससे भाजपा खेमे में खलबली है.

वहीं, निम्बाहेड़ा में भी डोडा चूरा तस्करी में लिप्त एक आरोपित कोरोना पॉजिटिव आया था. इसके सम्पर्क में आने वाले दो थानों के 51 पुलिसकर्मियों के सैंपल की रिपोर्ट मंगलवार को आई, जो राहत देने वाली है. निम्बाहेड़ा के दोनों थानों के थानाधिकारियों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. चितौड़गढ़ जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 210 मरीज सामने आए हैं, जिनमें से 6 की मौत हो चुकी है.

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पिछले दिनों जिले के रावतभाटा उपखण्ड के चारभुजा क्षेत्र में परमाणु बिजलीघर के कैंटीन में काम करने वाले एक युवक के पिता पॉजिटिव सामने आए थे. संक्रमण सामने आने के बाद एहतिहात के तौर पर दो गलियों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इधर, जिला कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में केवल दो केस ही कोरोना पॉजिटिव हैं, जो सक्रिय हैं. चितौड़गढ़ जिला कोरोना पर सबसे पहले काबू पाने वाला जिला है. उन्होंने बताया कि निम्बाहेड़ा में अचानक से कोरोना के बड़ी संख्या में मामले बढ़ गए थे, लेकिन सबसे पहले कोरोना मुक्त होने वाले शहरों में निम्बाहेड़ा शामिल है. उन्होंने बताया कि जिले के लोगों की सजगता के चलते हम कोरोना को रोकने में सफल रहे हैं. जिले में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.

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