चित्तौड़गढ़. स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को अब चित्तौड़गढ़ दुर्ग दर्शन के साथ नाइट नेचर एडवेंचर का तोहफा मिलने जा रहा है. अपने नवाचार के तहत वन विभाग द्वारा अभयपुर घाटे के रास्ते में नाइट नेचर कैंप का प्रोजेक्ट हाथ में लिया गया, जो कि करीब-करीब अंतिम चरण में है. चार ट्री हाउस के साथ टेंट हाउस बनकर तैयार है. मेवाड़ स्टेट के जमाने की शिकारगाह हथनी ओदी को रिनोवेट कर आकर्षक रूप दिया जा रहा है.
उपवन संरक्षक विजय शंकर पांडेय के अनुसार नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने व पर्यटकों के ठहराव के लिए विभाग ने यह प्रोजेक्ट हाथ में लिया. शहर के समीप अभयपुर घाटे के रास्ते में हथनी ओदी एरिया को डवलप करने के लिये करीब 80 लाख रुपए का नाइट नेचर कैंप बनाया जा रहा है. चार ट्री हाउस और तीन टेंट हाउस बनकर तैयार हो चुके हैं. उनकी फिनिशिंग का काम चल रहा है.
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कैंप परिसर में ही एक बरसाती नाला निकल रहा है जिस पर बने एनीकेट के पास कॉमन एरिया प्लेटफार्म बनाया जा रहा है. टेंट हाउस के पास में फायर कैंप करने की व्यवस्था रहेगी. यह स्थान चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है. नेचर कैंप शुरू होने के बाद पर्यटक घूमने के साथ पहाड़ियों का आनंद ले सकेंगे. करीब 500 मीटर का ईकोट्रेल का काम पूरा हो चुका है. इसके लिए बिजली कनेक्शन ले लिया गया है. हमारा प्रयास है कि नए साल से यह सुविधा शुरू कर दी जाए.